Last Updated:January 30, 2025, 14:04 IST
Delhi Chunav News: दिल्ली चुनाव में राहुल गांधी आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर क्यों जोरदार हमला बोल रहे हैं? राहुल गांधी के सीने में पिछले 14 साल से कौन सी आग धधक रही है? क्या वह आग एक बार फिर से...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- राहुल गांधी ने केजरीवाल पर जोरदार हमला बोला.
- राहुल गांधी ने 14 साल पुरानी नाराजगी को फिर से जिंदा किया.
- राहुल गांधी ने केजरीवाल को भ्रष्टाचारी बताया.
Delhi Chunav News: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बुधवार को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच बची-खुची दोस्ती भी तार-तार हो गई. बीते लोकसभा चुनाव में मोदी विरोध के नाम पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में जो दोस्ती हुई थी, उसमें राहुल गांधी ने बुधवार को आखिरी कील ठोक दिया. राहुल गांधी दिल्ली चुनाव में ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला बोलना शुरू कर दिया है. राहुल गांधी न केवल केजरीवाल को उनकी पुरानी मारुति वैगन आर कार की याद दिला रहे हैं. बल्कि, शीशमहल और शराब घोटाले का जिक्रकर भ्रष्टाचारी भी बता रहे हैं.
कई साल बाद राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर इस तरह से हमला बोला है. हाल के वर्षों में राहुल गांधी के निशाने पर बीजेपी, आरएसएस, संविधान और वीर सावरकर के साथ-साथ पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी हुआ करते थे. लेकिन, दिल्ली विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी ने केजरीवाल को निशाने पर लेकर 14 साल पुरानी सीने में धधर रही आग को फिर से जिंदा कर लिया है.
राहुल गांधी का सपना किसने तोड़ा?
राहुल गांधी ने दिल्ली चुनाव में केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर जोरदार हमला बोला रहे हैं. बुधवार को भी एक सभा में राहुल गांधी ने कहा, ‘केजरीवाल पहले छोटी गाड़ी में घूमते थे अब बड़ी-बड़ी गाड़ियों के साथ शीशमहल में रहते हैं. पहले इलेक्ट्रिक पोल पर चढ़ जाते थे और वह कहते थे कि हम नई तरह की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने दिल्ली में सबसे बड़ा शराब घोटाला कर दिया. दिल्ली में जब मुस्लिमों के खिलाफ नफरत फैल रही थी तो वह गायब हो गए थे. वह अपने आपको ही सर्टिफिकेट दे रहे हैं कि मैं ईमानदार हूं. जो बेईमान होता है वही अपने आपको ईमानदारी का सर्टिफिकेट देता है.’
राहुल गांधी क्यों बरस रहे हैं केजरीवाल पर?
राहुल गांधी के सीने में केजरीवाल को लेकर आग बीते 14 साल से धधर रही थी. अरविंद केजरीवाल ही वह शख्स थे, जिन्होंने साल 2010 में पहली बार कॉमनवेल्थ गेम में धांधली को लेकर कांग्रेस सरकार पर हमला बोला था. राहुल गांधी को उस समय कांग्रेस ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री का उम्मीदवार तकरीबन घोषित कर दिया था. लेकिन, अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हजारे के साथ मिलकर साल 2011 में कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन खड़ाकर राहुल गांधी के प्रधानमंत्री के अरमान को खत्म कर दिया. अन्ना आंदोलन से देश में कांग्रेस के खिलाफ माहौल बना और बीजेपी ने उसका फायदा उठाकर सत्ता हासिल कर ली.
2010 से सीने में धधक रही ये आग
हालांकि, बीते लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन में आने के बाद राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल को लेकर बड़ा बयान दिया था. राहुल गांधी ने दिल्ली के एक चुनावी रैली में कहा था कि अरविंद केजरीवाल मेरे दिल में बसते हैं. इसका असर उस समय देखने को मिला, जब दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की रैली में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी और अरविंद केजरीवाल की पत्नी अगल-बगल बैठीं. आम आदमी पार्टी ने यह रैली अरविंद केजरीवाल को जेल भेजने के विरोध में आयोजित किया था.
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि लोकसभा चुनाव से पहले मोदी विरोध में बनी इंडिया गठबंधन अब वाकई में खत्म हो गई? क्या राहुल गांधी ने इंडिया गठबंधन में बची-खुची दोस्ती की थोड़ी बहुत गुजाइंश भी खत्म हो गई? क्या इंडिया गठबंधन के ताबूत में आखिरी कील राहुल ने ठोक दी? ऐसे में राहुल गांधी ने अब मना बना लिया है कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की बर्बादी से ही कांग्रेस का भविष्य उज्जवल होगा. क्योंकि, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों का वोट बैंक कमोबेश एक जैसा ही है. ऐसे में अगर लोकसभा चुनाव तक अरविंद केजरीवाल कमजोर नहीं हुए तो कांग्रेस का उदय और राहुल गांधी का प्रधानमंत्री बनना एक सपना ही रह जाएगा.
Location :
Delhi Cantonment,New Delhi,Delhi
First Published :
January 30, 2025, 14:04 IST