Agency:भाषा
Last Updated:January 21, 2025, 17:28 IST
Crude Oil Price : अमेरिका में नए राष्ट्रपति के आने के बाद भारत की पेट्रोलियम रणनीति भी बदल रही है. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि अब हम अमेरिका से भी ज्यादा तेल आयात कर सकेंगे...और पढ़ें
नई दिल्ली. पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगुवाई वाले नए प्रशासन की तेल एवं गैस उत्पादन अधिकतम करने की योजनाओं को देखते हुए भारत में अधिक अमेरिकी ईंधन आने की संभावना है. अभी तक भारत रणनीतिक रूप से रूस से अपना ज्यादा तेल खरीद रहा था. रूस भारत को डिस्काउंट रेट पर कच्चा तेल उपलब्ध करा रहा था, जो यूक्रेन के साथ युद्ध के बाद से ही जारी है.
पेट्रोलियम मंत्री ने वाहन उद्योग संगठन सियाम के एक कार्यक्रम में कहा कि भारत को तेल की आपूर्ति करने वाले देशों की संख्या पहले ही 27 से बढ़कर 39 हो गई है और अगर इससे अधिक तेल आता है, तो भारत इसका स्वागत करेगा. पुरी ने तेल उत्खनन और गैस उत्पादन बढ़ाने की दिशा में ट्रंप प्रशासन के कदमों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘अगर आप मुझसे पूछें कि क्या बाजार में और अधिक अमेरिकी ईंधन आने वाला है, तो मेरा जवाब हां है. अगर आप कहते हैं कि भारत और अमेरिका के बीच ईंधन की अधिक खरीद की प्रबल संभावना है, तो इसका जवाब हां है.’
नई सरकार पर पैनी निगाह
पुरी ने यह भी कहा कि हमारी सरकार नए अमेरिकी प्रशासन की घोषणाओं पर बहुत सावधानी से नजर रख रही है. ट्रंप प्रशासन द्वारा लिए गए कुछ निर्णय प्रत्याशित थे और इन पर प्रतिक्रिया देने से पहले इंतजार करने की जरूरत है. हालांकि, पुरी ने 2015 के पेरिस जलवायु समझौते से बाहर होने के नए अमेरिकी सरकार के फैसले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल
पेट्रोलियम मंत्री ने अमेरिका, ब्राजील, गुयाना, सूरीनाम और कनाडा से अधिक तेल आने का जिक्र करने के साथ भविष्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट का संकेत भी दिया. उन्होंने वाहन विनिर्माताओं से भारतीय बाजार में अधिक एथनॉल मिश्रण वाले फ्लेक्स ईंधन वाहनों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए कहा और इस बात की उम्मीद जताई कि ज्यादा कच्चा तेल आने और एथनॉल के अधिक इस्तेमाल से घरेलू बाजार में ईंधन सस्ता हो सकता है.
5 साल पहले हासिल करेंगे लक्ष्य
इसके साथ ही पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि देश बहुत जल्द 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल करने जा रहा है, जो निर्धारित समय से पांच साल पहले होगा. इससे ईंधन की खपत बढ़ाने के साथ आयात का बिल भी कम करने में मदद मिलेगी. देश के आयात बिल में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी कच्चे तेल की होती है, जिसे 20 फीसदी एथनॉल मिलाकर काफी हद तक कम किया जा सकता है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
January 21, 2025, 17:28 IST