नई दिल्ली. रूसी महिला भारत में घूमने आयी थी. 17 अगस्त को नीना निकोनोरोवा, गया-कामाख्या एक्सप्रेस में यात्रा कर रही थीं. तब बिहार में फल्गु नदी के ऊपर से गुजरते समय वो वीडियो बना रही थीं, तभी अचानक एक अज्ञात व्यक्ति ने उनके हाथ पर डंडे मारकर फोन छीन लिया. अगले स्टेशन में नीना ने तुरंत ही गया, शेखपुरा और कामाख्या रेलवे स्टेशनों पर जाकर रेलवे पुलिस (जीआरपी) को इस घटना की जानकारी दी. जीआरपी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (02), 313 और 317 (05) के तहत केस दर्ज किया.
नीना की शिकायत के बाद, जीआरपी और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मिलकर एक अभियान चलाया और पिंटू कुमार और साजन कुमार दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से तीन मोबाइल फोन बरामद किए, लेकिन नीना का फोन नहीं मिला था. संदिग्धों से पूछताछ में पता चला कि नीना का फोन साहिल पासवान नामक व्यक्ति के पास था, जो बिहार के गांधीनगर मानपुर का निवासी था. साहिल ने ही कथित तौर पर नीना पर हमला किया और उनका फोन चोरी किया था.
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घटना के कुछ दिनों बाद नीना रूस लौट गईं, लेकिन अक्टूबर में iCloud नोटिफिकेशन के जरिए उन्हें पता चला कि उनका चोरी हुआ फोन नागपुर, महाराष्ट्र में सक्रिय हुआ है. इस जानकारी को नीना ने तुरंत ही भारतीय रेल को ईमेल के जरिए साझा करने के साथ फोन की लाइव लोकेशन के बारे में भी बताया. इंस्टाग्राम के लोकेशन डेटा की मदद से नागपुर में टीम सक्रिय अधिकारियों ने फोन का पता लगा लिया तथा साहिल पासवान की पहचान की. उसकी तलाश जारी है.
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जीआरपी और आरपीएफ की टीमों ने साहिल की तलाश में बिहार के गया जिले एवं आस-पास के इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी है. चोरी के मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी और नीना के फोन को बरामद करने के लिए आरपीएफ और जीआरपी की टीमें सतर्कता से काम कर रही हैं.
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FIRST PUBLISHED :
October 9, 2024, 19:27 IST