Agency:News18 Bihar
Last Updated:January 22, 2025, 21:08 IST
पहले पटना में तेजस्वी यादव से राहुल गांधी का मिलना और इसके बाद राबड़ी आवास पर जाकर राहुल गांधी का राजद सुप्रीमो लालू यादव से मुलाकात ने चुनाव से पहले बिगड़ रही बातों की खबरों पर विराम दे दिया है.
तेजस्वी यादव, राहुल गांधी और लालू यादव (सौ: तेजस्वी यादव एक्स हैंडल)
जहानाबाद:- बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज होने लगी हैं. इसी साल यहां विधानसभा चुनाव होना है और इसे लेकर सियासी पार्टियां अभी से ही अपनी-अपनी रणनीतिक बिसात बिछाने में जुट चुकी है. एनडीए में भी जहां तैयारी तेज है, तो वहीं महागठबंधन में भी सियासी पिच बिछाने की कोशिशें होने लगी है. ऐसे में जिस तरह से लालू यादव और राहुल गांधी की मुलाकात हुई है. इसे लेकर भी बाजार गर्म है. कुछ दिन पहले तक जहां तेजस्वी यादव और लालू यादव के बयान से राजद और कांग्रेस के बीच बात बिगड़ती नजर आ रही थी.
वहीं, अब पहले पटना में तेजस्वी यादव से राहुल गांधी का मिलना और इसके बाद राबड़ी आवास पर जाकर राहुल गांधी का राजद सुप्रीमो लालू यादव से मुलाकात ने चुनाव से पहले बिगड़ रही बातों की खबरों पर विराम दे दिया है. हालांकि, इन दिग्गज नेताओं की मुलाकात को लेकर बिहार की जनता क्या सोचती है, इस पर लोकल 18 की टीम ने मिजाज भांपने की कोशिश की. इस पर जहानाबाद निवासी वरुण ने बताया कि कांग्रेस और राजद की दोस्ती बहुत पुरानी है और इसमें कोई किंतु, परन्तु की बात नहीं है. राहुल गांधी ने लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की है. इस मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर ही चर्चा हुई है.
बिहार में कांग्रेस का भविष्य नहीं
उन्होंने बताया कि लालू यादव, राहुल गांधी को अपने पुत्र के समान समझते हैं. राहुल गांधी को वो जहां प्रधानमंत्री कैंडिडेट के रूप में समझते हैं, तो वहीं तेजस्वी को सीएम कैंडिडेट के रूप में देखते हैं. कुल मिलाकर यह देखें, तो ये सब कुछ नहीं है. आने वाला समय सब साफ कर देगा कि बिहार में कौन कहां है. वहीं, जहानाबाद निवासी रंजित रंजन ने कहा कि बिहार में कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है और राजद का नेशनल लेवल पर कोई पहचान नहीं है. ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान पाने के लिए राजद को कांग्रेस की साथ की जरूरी है और क्षेत्रीय में कांग्रेस को राजद की जरूरत है. ये सब आपस के भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए ही ऐसा कर रहे हैं.
ये सब प्रेशर पॉलिटिक्स का खेल चल रहा
उन्होंने कहा कि जो सब प्रेशर पॉलिटिक्स चल रहा है, वो सीट अधिक पाने के लिए हो रहा है. राजद इस बार सतर्क है और कांग्रेस को सीट देने के लिए तैयार नहीं है. वहीं, एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि लालू यादव काफी मझे हुए राजनीतिज्ञ हैं. जहां तक बात तेजस्वी यादव की है, तो वो अपने कार्यकाल में ही यह दिखा दिए कि उनमें कितनी क्षमता है. वो जो बोलते हैं, उसे पूरा करने का काम करते हैं. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव दोनों में नेतृत्व करने की क्षमता है. इस बार ऐसा लगा रहा है कि रणनीति के तहत ही पार्टी चुनाव लड़ेगी.
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लालू यादव ही तय करते हैं बिहार में कांग्रेस की सीट
प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य अजीत शर्मा ने कहा कि बिहार में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी हैं. इसका कारण यह है कि लोकसभा चुनाव हो या फिर विधानसभा, किसी भी चुनाव में बिहार में बिना लालू यादव की सहमति के सीट तय नहीं कर पाती है. इसलिए ऐसा सोचना ही गलत है कि कांग्रेस और राजद अलग-अलग चुनाव लड़ेगी, यह कहीं से संभव नहीं है.
Location :
Jehanabad,Bihar
First Published :
January 22, 2025, 21:08 IST