मुंबई: महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचाने वाले राज ठाकरे ने चुनाव के बाद अपनी चुप्पी तोड़ी है और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद पूरे महाराष्ट्र में फैला सन्नाटा कई सवालों को जन्म देता है। ठाकरे ने विशेष रूप से राज्य में हुए चुनावी परिणामों पर सवाल उठाए। उन्होंने बालासाहेब थोराट की हार और अजित पवार की पार्टी की ऐतिहासिक जीत पर भी हैरानी जताई। ठाकरे ने कहा कि विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी को भी वोट मिले थे लेकिन वे सारे वोट कहीं ‘गायब’ हो गए।
‘हमें वोट मिला था, लेकिन वे सारे वोट कहां गायब हो गए?’
ठाकरे ने कहा, ‘बालासाहेब थोरात 7 बार चुनाव जीते थे, हर बार 70 से 80 हजार वोट से जीतते थे, लेकिन इस बार वे सिर्फ 10 हजार वोट से हार गए। ये कैसे संभव है?’ ठाकरे ने यह भी कहा कि बीजेपी को इतनी सीटें मिल सकती हैं, लेकिन अजित पवार की 42 सीटें और शरद पवार की केवल 10 सीटें जीतना, यह भी एक बड़ा सवाल है।
उन्होंने कहा, ‘लोकसभा के बाद सिर्फ 4 महीने में इतना बदलाव कैसे हुआ? क्या आप सोचते हैं कि हमें वोट नहीं मिला? हमें वोट मिला था, लेकिन वे सारे वोट कहां गायब हो गए?’
‘मैं शिवाजी महाराज की कसम खाकर बताता हूं कि…’
ठाकरे ने खुद पर लगाए जा रहे आरोपों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उन पर आरोप लगाया जाता है कि वे हमेशा अपना स्टैंड बदलते हैं, लेकिन महाराष्ट्र के सभी राजनीतिक दलों ने कभी ना कभी अपनी भूमिका बदली है। ठाकरे ने कहा कि ‘लेकिन मैंने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए कभी स्टैंड नहीं बदला।’ बीजेपी का साथ ईडी केस के कारण देने के आरोपों पर सफाई देते हुए ठाकरे ने, ‘मैं शिवाजी महाराज की कसम खाकर बताता हूं कि मैंने बिजनेस किया था। कोहिनूर मिल के लिए हमने टेंडर भरा था। हमें टेंडर मिल गया था, लेकिन कानूनी अड़चनों के कारण हम उस डील से बाहर निकल गए।’
‘कोई नहीं कहेगा कि बीजेपी ने अपना स्टैंड बदला’
बीजेपी पर सीधा निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, ‘बीजेपी ने जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया उन्हें ही पार्टी में लिया और सत्ता में बैठाया, लेकिन उस पर कोई सवाल नहीं उठाता। बीजेपी ने बीएस येदुरप्पा, अजित पवार, अशोक चव्हाण को सत्ता में लिया। बीजेपी ने 370 का विरोध करने वाले फारुख अब्दुल्ला के साथ गठबंधन किया और मुफ्ती के साथ मिलकर सरकार बनाई। इतना सब बीजेपी ने किया, लेकिन कोई नहीं कहेगा कि बीजेपी ने अपना स्टैंड बदला। एक बाद याद रखिए, मैं हमारी पार्टी और आपके प्रेम को कभी भी बीजेपी के सामने लाचार होने नहीं दूंगा।’