Railway Bharti : रेलवे में अधिकारियों की भर्ती एक बार फिर से यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा और इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा के माध्यम से होगी. सरकार ने यह यूटर्न इंडियन रेल मैनेजमेंट सर्विस के माध्यम से पर्याप्त टेक्निकल मैनपावर न मिल पाने के चलते लिया है. बता दें कि केंद्र सरकार ने साल 2019 में इंटीग्रेटेड रेलवे सर्विस को मंजूरी दी थी. जिसके तहत रेलवे में उच्च पदों पर भर्तियां यूपीएससी की बजाए रेलवे मैनेजमेंट सर्विस (IRMS) के माध्यम से होनी थी.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने एक ज्ञापन में कहा कि रेलवे मंत्रालय के प्रस्ताव पर विचार करते हुए कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने टेक्निकल और नॉन टेक्निकल मैनपावर दोनों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा और इंजीनियरिंग सर्विस परीक्षा के माध्यम से भर्ती के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है.\
टेलिकम्युनिकेशन मंत्रालय अधिसूचित करेगा नियम
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग से विचार विमर्श के बाद रेलवे ने शनिवार को यूपीएससी अध्यक्ष और टेलिकॉम विभाग को लिखा कि आईआरएमएस के माध्यम से होने वाली अफसरों की भर्तियां अब सिविल सेवा परीक्षा और इंजीनियरिंग सर्विस से कराए जाने का फैसला लिया गया है. यह भी कहा गया है कि टेलिकम्युनिकेशन मंत्रालय इंजीनियरिंग सर्विस के लिए नोडल मंत्रालय होगा. यह इसके लिए नियम अधिसूचित करेगा और आठ अक्टूबर तक आवेदन मांगेगा. टेलिकॉम मंत्रालय और यूपीएससी से यह भी अनुरोध किया गया है कि यूपीएससी मौजूदा अधिसूचना में 225 इंजीनियरों की भर्ती जोड़कर भाग लेने की अनुमति देगा.
पुराने सिस्टम पर वापसी
पत्र के अनुसार अब नई भर्ती को आईआरएमएस सिविल, आईआरएमएस मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, एस एंड टी और आईआरएमएस स्टोर्स कहा जाएगा. वहीं, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह फैसला कुछ नहीं, बस पुराने सिस्टम पर वापस लौटने जैसा है.
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FIRST PUBLISHED :
October 6, 2024, 11:55 IST