सब्जियों का लेखा जोखा
आर्या झा/मधुबनी: किचन गार्डन और घरेलू बगीचों में सब्जियों की खेती के लिए उचित समय का चयन बेहद महत्वपूर्ण है. सही समय पर की गई खेती न केवल किसानों के लिए लाभदायक होती है, बल्कि इससे सब्जियों का भंडारण भी बेहतर होता है. विशेषज्ञों के अनुसार, हर महीने में अलग-अलग सब्जियाँ उगाई जा सकती हैं, जिससे ताजगी बनी रहती है और उपज भी अधिक होती है.
महीनेवार सब्जियों का चयन
जनवरी में, सर्दियों के ठंडे मौसम की वजह से पालक और साग के लिए सबसे उपयुक्त है. इस समय उगाई गई पालक न केवल पौष्टिक होती है, बल्कि बाजार में अच्छे दाम पर बिकती है. फरवरी में, किसान गाजर और गोभी की खेती कर सकते हैं, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी मिल सकती है. इस महीने में बैंगन और धनिया पत्ते भी उगाए जा सकते हैं, जिनकी बाजार में हमेशा मांग रहती है.
मार्च का महीना टमाटर और खीरा की खेती के लिए अच्छा है. ये सब्जियां गर्मी में अच्छी तरह उगती हैं और किसानों के लिए मुनाफे का जरिया बन सकती हैं. अप्रैल में मूली और हरी मटर, मई में कद्दू और ककड़ी और जून से सितंबर तक भिंडी, परवल और टिंडे जैसे विभिन्न सब्जियाँ उगाई जा सकती हैं.
किसानों की सलाह
लोकल 18 से बात करते हुए किसान उमेश चौरवार ने कहा, “जनवरी में गोभी, पत्ता गोभी, करेला आदि उगाए जा सकते हैं. फरवरी में भी गोभी, बैंगन, टमाटर और धनिया पत्ता उगाना लाभकारी है. उन्होंने बताया कि मार्च से दिसंबर तक गाजर, मूली, खीरा, कटहल, ओल, घिउरा, झिमिनी, परवल और कादिमा जैसी हरी सब्जियां उगाई जा सकती हैं. हर महीने की सब्जियों का सही हिसाब-किताब रखने से हम न केवल अपने परिवार के लिए ताजगी ला सकते हैं, बल्कि बाजार से भी आमदनी कर सकते हैं.
समग्र लाभ
इस प्रकार, सब्जियों की खेती का सही समय चुनकर किसान न केवल अपनी आय बढ़ा सकते हैं, बल्कि अपनी स्वास्थ्य भी सुधार सकते हैं. उचित योजना और समय प्रबंधन के माध्यम से, कोई भी किसान अपने किचन गार्डन से अच्छे परिणाम हासिल कर सकता है.
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FIRST PUBLISHED :
September 22, 2024, 12:53 IST