Safaraz Neet Success Story: हर युवा का सपना होता है कि वह पढ़-लिखकर एक कामयाब आदमी बने और अपने परिवार का नाम रोशन करे, लेकिन कई लोगों को उनके घर के हालात आगे बढ़ने से रोक देते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी होते हैं, जो हर मुश्किल को पार कर कामयाबी को हासिल करके ही दम लेते हैं. अब ऐसा ही एक वाकया सामने आया है, जो आज के नौजवान को नई प्रेरणा देने का काम करता है. दरअसल, 300 रुपये दिहाड़ी पर काम करने वाले एक नौजवान ने NEET (मेडिकल एंट्रेस टेस्ट) पास कर अपने समाज को बड़ी प्रेरणा दी है. यह नौजवान पश्चिम बंगाल का है, जिसका नाम सरफराज है. सरफराज के साथ फिजिक्स वाला के फाउंडर अलख पांडे ने उनकी सक्सेस स्टोरी की पूरी दास्तान सोशल मीडिया पर शेयर की है, जिसमें सरफराज बताया है कि उन्हें यह मुकाम कैसे हासिल हुआ.
दिहाड़ी मजदूर ने पास किया मेडिकल एंट्रेस टेस्ट (Safaraz Neet Success Story)
पहले आपको बता दें, NEET का एंट्रेंस टेस्ट 720 नंबर का होता है, जिसमें से सरफराज ने अपनी कड़ी मेहनत और लग्न से 677 अंक हासिल कर टेस्ट क्लियर कर लिया है. सरफराज के वीडियो ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है. इस वीडियो पर मिलियन में व्यूज आ रहे हैं. वहीं, लोग सरफराज की कामयाबी पर तालियां भी बजा रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि सरफराज महज 300 रुपये वाला दिहाड़ी मजदूर बनकर काम कर रहा था और साथ ही अपनी पढ़ाई भी कर रहा था. सरफराज ने अलख पांडे को बताया कि वह बीते दो साल से ईंट ढोने का काम कर रहा है.
देखें Video:
300 रुपये में उठाता था दिनभर 400 ईटें (Labour Student cracks NEET)
सरफराज के मुताबिक, वह रोजाना 400 ईटें उठाकर अपने परिवार का पेट पाल रहा था. सरफराज को 400 ईंट उठाने के दिन के 300 रुपये मिलते थे. सरफराज का काम करने का समय सुबह 6 से दोपहर 2 बजे तक का था. इन्हीं पैसों से वह अपनी पढ़ाई भी कर रहा था. सरफराज ने बताया कि उनके घरवाले इस काम से खुश नहीं थे और कहते थे कि पढ़-लिखकर भी ऐसा काम कर रहा है. वीडियो में यह बात बताते हुए सरफराज का गला रूंध गया और आंसू आंखों के नीचे ही दब गए. इस वीडियो पर 5.3 मिलियन से ज्यादा व्यूज आ चुके हैं
बिना छत के घर में रहता है सरफराज (Sarfara hails from Poor Family)
सरफराज एक बेहद गरीब परिवार से है. सरफराज के परिवार को घर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिला है, लेकिन उनका घर बिना छत का है. सरफराज की मां ने ऐसी कहानी बताई है कि जानकर रोना आ जाएगा. सरफराज की मां ने अलख पांडे को बताया, 'हमारे सिर पर तो छत भी नहीं है, मेरे बेटा जब रात को पढ़ाई करता था, तो मैं उसके साथ रहती थी, ताकि उसे कोई समस्या ना हो. अलख पांडे के इस वीडियो पर 7 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिले हैं.
क्या है सरफराज का सपना? (Sarfaraz's imagination did not travel True)
सरफराज ने भले ही मेडिकल टेस्ट पास किया है, लेकिन उसका हमेशा से नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) में शामिल होने का सपना था, लेकिन आर्थिक तंगी ने उसका यह सपना पूरा नहीं होने दिया. सरफराज ने बताया कि उनके पास मोबाइल फोन भी नहीं था और टीचर से मांग-मांगकर उन्होंने NDA की पढ़ाई की, साल 2022 में प्रारंभिक परीक्षा पास कर ली थी, लेकिन उनके साथ एक ऐसा हादसा हुआ, जिसकी वजह से वह फाइनल एग्जाम पास नहीं कर सके.
कैसे शुरू हुआ नीट का सफर? (Sarfara's NEET Journey)
दरअसल, कोविड 19 महामारी के दौरान सरफराज ने नीट की तैयारी शुरू कर दी थी. सरफराज ने अलख पांडे के यूट्यूब चैनल से प्रेरित होकर फिजिक्स वाला संग जुड़े और फिर अपनी पढ़ाई में और भी तेजी लाना शुरू कर दिया, लेकिन यह सफर इतना आसान नहीं था. नीट 2023 परीक्षा पास करने के बाद सरफराज ने डेंटल कॉलेज में एडमिशन लिया, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते हॉस्टल सुविधा का लाभ न उठा पाने के कारण उन्होंने छोड़ दिया, लेकिन सरफराज का सफर यहीं खत्म नहीं हुआ.
हारकर जीत का बाजीगर बना सरफराज ( Sarfaraz becomes Baazigar)
वहीं, सरफराज पर पढ़ाई का भूत सवार था और उसने साल 2024 में फिर NEET टेस्ट दिया और पास हुआ. अब सरफराज पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के नील रतन सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने जा रहा है. बता दें, अलख पांडे भी सरफराज की इस सक्सेस स्टोरी से इतने प्रभावित हुए कि उसे एक मोबाइल फोन तोहफे में दिया. इतना ही नहीं, अलख ने उसे 5 लाख रुपये का लोन भी दिया है. अलख ने सरफराज से कहा है कि यह तोहफा नहीं है, बल्कि कर्ज है, इसे मुझे नहीं बल्कि खुद के जैसे किसी जरूरतमंद टैलेंटेड को देकर चुकाना. अलख पांडे के इस वीडियो पर 10 मिलियन व्यूज आ चुके हैं.