गले के इन्फेक्शन से राहत देता है सदाबहार
जयपुर:- छोटी-छोटी पंखुड़ियां वाले सदाबहार के पौधे में अनेकों आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं. इसका उपयोग देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए भी किया जाता है. आमतौर पर यहां पौधा ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के हर घर की चौक और आंगन में मिल जाता है. सदाबहार के पौधे को कम पानी की आवश्यकता होती है. गार्डनिंग एक्सपर्ट रमेश कुमार ने लोकल 18 को बताया कि सदाबहार का पौधा हर तरह की मिट्टी में आसानी से उग जाता है और कभी सुखता नहीं है, इसीलिए इसे सदाबहार नाम दिया गया है. इस पौधे पर मौसम का भी ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है. इस पौधे के पत्ते हरे रंग के छोटे आकार के होते हैं.
इसे गमले या मिट्टी, दोनों में आसानी से लगाया जा सकता है. यह पौधा जितना सुंदर होता है, उतना ही औषधीय गुणों से भरपूर होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, सदाबहार घर या बगीचे के दक्षिणी पश्चिमी दिशा में लगाना शुभ माना जाता है. इस पौधे का तना, जड़, छाल बहुत उपयोगी माना जाता है.
सदाबहार के औषधीय गुण
आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने लोकल 18 को बताया कि सदाबहार का पौधा आयुर्वेद में खास पौधा है. इसके जड़, तना व पत्तों के रस के खास औषधि गुण होते हैं. इसकी पत्तियां खुजली की समस्या के निदान में बहुत उपयोगी होती हैं. पत्तियों को पीसकर खुजली वाली जगह लगाने से तुरंत राहत मिलती है. इसके अलावा, इस पौधे के रस को निकालकर कील मुंहासे पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है. यह पौधा स्किन प्रॉब्लम के लिए अच्छा सॉल्यूशन वाला पौधा है.
गले के इन्फेक्शन में देता है राहत
सदाबहार के पौधे की पत्तियों का काढ़ा पीने से गले में इन्फ़ेक्शन और खराश में तुरंत राहत मिलता है. सदाबहार गले के इंफेक्शन के रामबाण इलाज है. सदाबहार के फूलों का रस ततैया के काटने में बहुत फ़ायदेमंद होता है. इसके रस से ततैया का जहर कम होता है. इसके अलावा इसकी पत्तियों को खाली पेट चबाने से पेट की कई समस्या दूर हो जाती है. सदाबहार पौधे का रस पेट की समस्या के लिए अच्छा इलाज है.
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सदाबहार के धार्मिक महत्व
धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने Local 18 को बताया कि हिंदू धर्म में सदाबहार के फूलों का बड़ा महत्व होता है. इन फूलों का इस्तेमाल पूजा-पाठ में किया जाता रहा है और इन्ही फूलों को देवी-देवताओं को अर्पित भी किया जाता है. इसके फूल मां दुर्गा का प्रिय फूल होता है. मां दुर्गा की पूजा में सदाबहार के फूलों को शामिल किया जाता है.
यह फूल मां दुर्गा को अर्पित किए जाते हैं. विशेष अवसरों पर माता के श्रृंगार में भी सदाबहार के फूलों का उपयोग किया जाता है. सदाबहार के पौधे में भगवान विष्णु का वास होता है. इसलिए यह पौधा भगवान विष्णु का प्रतीक भी माना जाता है. धर्म विशेषज्ञ ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सदाबहार के फूल भगवान विष्णु को अर्पित जरूर करने चाहिए.
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FIRST PUBLISHED :
October 22, 2024, 13:42 IST
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