शिमला. साल 2024 का सेब सीजन आधिकारिक तौर पर समाप्त हो चुका है. इस वर्ष, बीते वर्ष के मुकाबले व्यापार अच्छा हुआ है और बागवानों को भी बेहतर दाम मिले हैं. इसके साथ ही इस वर्ष एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी (APMC) को भी बीते वर्ष के मुकाबले अधिक आय हुई है. सेब सीजन के दौरान अमूमन ट्रैफिक जाम की समस्या देखने को मिलती थी, जो इस सीजन में किसी भी प्रकार से देखने को नहीं मिली. इस वर्ष सेब की पेटियों की संख्या में भी बीते वर्ष के मुकाबले इजाफा देखा गया है. कुल मिला कर सभी पहलुओं के अनुसार यह सेब सीजन बीते वर्ष के सीजन से बेहतर रहा है.
इस वर्ष मंडियों में पहुंची अधिक सेब की पेटियां
APMC शिमला-किन्नौर के अध्यक्ष देवानंद वर्मा ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि इस वर्ष का सेब सीजन समाप्त हो चुका है. बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष मंडियों में अधिक सेब पहुंचा है. बीते वर्ष शिमला- किन्नौर की मंडियों में कुल 1 करोड़ 14 लाख 20 हजार 579 पेटियां पहुंची थी, लेकिन इस वर्ष 1 करोड़ 31 लाख 83 हजार 165 पेटियां मंडियों में पहुंची हैं. यह आंकड़ा बीते वर्ष के मुकाबले अधिक है. इस वर्ष यूनिवर्सल कार्टन को भी पूरी तरह लागू करवाया गया, जिससे बागवानों को लाभ मिला है. इसके बावजूद भी आम जनता को सीजन के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा.
इस वर्ष APMC को हुई 18 करोड़ की आय
देवेंद्र वर्मा ने बताया कि इस वर्ष सेब सीजन के दौरान विभिन्न माध्यमों से APMC को कुल 18 करोड़ से अधिक की आय हुई है, जो बीते वर्ष के मुकाबले लगभग 2 करोड़ अधिक है. वहीं, इस वर्ष सीजन के दौरान कोई भी ट्रैफिक जाम की समस्या देखने को नहीं मिली. पूरे जिले में व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रही. आम जनता, सैलानी और किसान-बागवानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. बागवान आसनी से अपनी फसल लेकर मंडियों में पहुंचे और उन्हें बेहतर दाम भी मिले. इसके लिए पुलिस प्रशासन, किसान-बागवान और आढ़तियों का पूरा सहयोग मिला है.
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FIRST PUBLISHED :
November 28, 2024, 13:25 IST