हजारीबाग में आने लगी है तिलकुट की सोंधी महक, जानें इस बार की कीमत

2 hours ago 2

हजारीबाग. सर्दियों का मौसम के आगमन के साथ ही हजारीबाग का बाजार तिलकुट की सौंधी खुशबु से गमकने लगा है. इस सीजन हर वर्ष हजारीबाग में 200 से अधिक कारखानों में तिलकुट का निर्माण किया जाता है. सर्दी का मौसम आने के बाद धीरे-धीरे तिलकुट के कारखाने शुरू होने लगे हैं. मध्य नवंबर से लेकर फरवरी महीने के अंत तक इसका निर्माण और बिक्री जारी रहता है.

हजारीबाग में तैयार तिलकुट की मांग झारखंड, बिहार सहित पश्चिम बंगाल के कई जिलों में है. हजारीबाग के इंद्रपुरी स्थित उज्जवल तिलकुट दुकान के संचालक अंकित कुमार लोकल18 को बताते हैं कि यह दुकान उनके पिता के द्वारा 18 साल पूर्व शुरू की गई थी. तब से ही यहां तिलकुट बनाया और बेचा जा रहा है. यह काम साल में महज 3 महीनों का होता है. वहीं गर्मियों में ये लोग आइसक्रीम की मिनी फैक्ट्री चलाते हैं. अभी दुकान में रोजाना 60 किलो गुड़ और 40 किलो चीनी के तिलकुट बनाए जा रहे हैं. मकर सक्रांति को देखते हुए तिलकुट के काम में नए वर्ष से तेजी लाई जाएगी.

तिलकुट 300 रुपये किलो
उन्होंने आगे बताया कि लोग अभी से तिलकुट का स्वाद लेने के लिए यहां आ रहे है. अधिकांश लोग गुड़ के बने हुए तिलकुट खाना पसंद करते है. यह चीनी की तुलना में काफी फायदेमंद होता है. तिलकुट बनाने के लिए 150 बोरा तिल डाल्टनगंज जिले से मंगवाया गया है. साथ ही उत्तर प्रदेश की मंडी से गोल गुड़ आया है. अभी गुड़ और चीनी वाले तिलकुट की कीमत 300 रुपए किलो है. वहीं खोया भरा हुआ तिलकुट 450 रुपए किलो तक बिकता है.

ऐसे होता है तैयार
वहीं झारखंड के चतरा जिले के रहने वाले कारीगर अनिल आवारा कहते है कि वह पिछले 25 सालों से तिलकुट बनाने का काम कर रहे हैं. साल के 4 महीने वह तिलकुट बनाने के लिए हजारीबाग में रहते हैं. तिलकुट बनाने के लिए सबसे पहले गुड़ को उबाल कर चाशनी बनाते हैं. फिर चाशनी सुख जाने के बाद उसे खींच-खींच कर उसमे रेशे निकाले जाते है. फिर तिल को भून कर ठंडा किया जाता है. तिल ठंडा हो जाने के बाद उसमें रेशे मिलाकर पुनः गुड़ के रेशे को गरम किया जाता है. फिर उसमें रेशे को तिल से मिक्स कर गोल आकार दिया जाता है. अंत में तिल और गुड़ के मिश्रण को लोहे से लगभग 20 बार पीटकर तिलकूट का आकार दिया जाता है. इसमें सबसे अधिक खतरा उंगलियों में चोट लगने का रहता है.

Tags: Famous Recipes, Food 18, Hazaribagh news, Jharkhand news, Life style, Local18

FIRST PUBLISHED :

November 28, 2024, 07:48 IST

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article