नवसारी: चीनी हर किचन में इस्तेमाल होती है, और हमें ये रेडीमेड मिल जाती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये चीनी कैसे बनती है? लोकल 18 की टीम ने इसे जानने के लिए नवसारी के गणदेवी शुगर फैक्ट्री पहुंची. फैक्ट्री के डायरेक्टर रंजीत पटेल ने चीनी बनाने की पूरी प्रोसेस को समझाया.
गन्ना प्रोसेसिंग: चीनी कैसे बनती है?
गणदेवी शुगर फैक्ट्री के डायरेक्टर रंजीत पटेल ने बताया, सबसे पहले किसान अपने खेतों से गन्ना काटकर फैक्ट्री में लाते हैं. यहां गन्ने का वजन किया जाता है और उसकी जानकारी किसान को उनके मोबाइल पर भेज दी जाती है.
गन्ने का क्रशिंग
वजन के बाद गन्ने को क्रशर मशीन में डालकर उसका रस निकाला जाता है. जो बचा हुआ गन्ना होता है, उसे बायोगैस और फ्यूल के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
रस की सफाई
गन्ने के रस में से मिट्टी, फाइबर और अन्य कचरे को हटाकर उसे प्यूरिफाई किया जाता है. फिर इस रस को वैक्यूम पैन में गर्म किया जाता है, जिससे पानी की भाप निकल जाती है और रस शुद्ध हो जाता है.
चीनी के क्रिस्टल कैसे बनते हैं?
बता दें कि ठंडा किए गए रस को क्रिस्टल मशीन में डाला जाता है. यहां रस और शीरे (molasses) को अलग किया जाता है. शीरा बाद में एथेनॉल या अन्य उपयोगों के लिए रखा जाता है.
सूखाने और पैकिंग की प्रक्रिया
अंतिम चरण में चीनी को अच्छी तरह से सुखाया जाता है. फिर इसे बारीक और मोटी चीनी में अलग किया जाता है. अलग-अलग ग्रेड की चीनी को 25 और 50 किलो के बैग में पैक किया जाता है.
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गोडाउन में स्टोर करना
पैकिंग के बाद चीनी को मशीन से गोडाउन में स्टोर किया जाता है. एक साल में करीब 10-12 लाख टन चीनी इसी तरह तैयार होती है.
Tags: Local18, Special Project
FIRST PUBLISHED :
November 22, 2024, 09:56 IST