अमेरिकी रिसर्च और इन्वेस्टमेंट कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च बंद होने का ऐलान पहले ही हो चुका है। अब कंपनी के फाउंडर नैट एंडरसन की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि वे किसी खतरे या किसी कानूनी वजह से हिंडनबर्ग रिसर्च का कारोबार नहीं समेट रहे। वह उनके द्वारा जारी की गई सभी रिपोर्ट पर अब भी कायम हैं। हिंडनबर्ग का कारोबार समेटने का निर्णय लेने के बजाय कंपनी की बागडोर किसी और को सौंपने के विकल्प का चुनाव नहीं करने के बारे पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे ब्रांड से अलग करने का कोई तरीका नहीं है। उन्होंने कहा, हिंडनबर्ग मूल रूप से मेरा पर्याय है। अगर यह कोई सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन या साइकिल कारखाना होता तो आप एप्लीकेशन या कारखाना बेच सकते थे। लेकिन, जब यह मेरे द्वारा किया गया अनुसंधान है, तो आप वास्तव में इसे किसी और को नहीं दे सकते। हालांकि अगर यह टीम कोई नया ब्रांड पेश करना चाहती है, तो मैं खुशी-खुशी उनका समर्थन करूंगा जिसकी मुझे उम्मीद है कि वे ऐसा करेंगे।
ट्रक कंपनी से सुर्खियों में आए थे
एंडरसन पहली बार इलेक्ट्रिक ट्रक कंपनी निकोला के खिलाफ एक रिपोर्ट के कारण चर्चा में आए थे। उन्होंने कार्ल इकान की इकान एंटरप्राइजेज एल.पी.सहित प्रमुख वित्तीय हस्तियों की कंपनियों पर भी हमला बोला था। पिछले आठ वर्षों में से अधिकतर समय उन्होंने हमेशा अगली लड़ाई की तैयारी में बिताया। यह पूछे जाने पर कि क्या वह हिंडनबर्ग की रिपोर्ट, खासकर अदाणी समूह के खिलाफ जारी रिपोर्ट पर अडिग हैं। एंडरसन ने कहा, हम अपने सभी शोध निष्कर्षों के साथ पूरी तरह खड़े हैं।
रिसर्च तक हम रहते हैं सीमित
हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर भारत में नियामक निकायों की प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, हम अपनी भूमिका पारदर्शिता की आवश्यकता वाले मुद्दों पर शोध करने और लिखने तक सीमित रखते हैं। बाकी सब हमारे हाथ में नहीं है। उन्होंने हेज फंड के साथ रिपोर्ट साझा करने के आरोपों का खंडन करते हुए कहा, हमने हमेशा अपने सभी शोधों पर पूर्ण संपादकीय नियंत्रण बनाए रखा है। हिंडनबर्ग की शुरुआत 2017 में की गई थी। इसकी अंतिम प्रकाशित रिपोर्ट इस वर्ष की शुरुआत में ऑनलाइन कार खुदरा विक्रेता कारवाना पर थी।