पंकज सिंगटा/शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए, शैक्षणिक संस्थानों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है. यह पहल बच्चों को नशे की प्रवृत्ति से दूर रहने में भी मददगार साबित होगी. खेल जीवन का अभिन्न अंग है. जो व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है. प्रदेश सरकार ने सभी स्कूलों को शारीरिक व्यायाम के लिए हर दिन कम से कम 15 मिनट समर्पित करने के निर्देश दिए है.
6 से 14 वर्ष की आयु वर्ग के छात्रों के लिए खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. यह छात्र अंडर 14 टूर्नामेंट्स में भाग ले सकते है. इन टूर्नामेंट में 6 से 11 आयु वर्ग के विद्यार्थियों के लिए अलग खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी.
बढ़ाई गई छात्रों की डाइट मनी
हिमाचल प्रदेश में खेल गतिविधियों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से खिलाड़ियों की डाइट मनी में वृद्धि की गई है. इसके अन्तर्गत राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की डाइट मनी को 240 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये किया गया है. जिला स्तरीय प्रतियोगिता में अब 300 रुपये तथा खण्ड स्तरीय प्रतियोगिताओं में 240 रुपये दिए जा रहे हैं. वहीं, प्रदेश के बाहर प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की डाइट मनी को बढ़ाकर 500 रुपये किया गया है. इसके अतिरिक्त खिलाड़ियों को सुविधा प्रदान करने के लिए राज्य के बाहर आयोजित होने वाले आयोजनों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की यात्रा सुविधा में भी वृद्धि की गई है.
नहीं जाएगी मिड डे मिल कार्यकर्ताओं को नौकरी
हिमाचल प्रदेश में छात्रों की संख्या कम होने के चलते कई विद्यालयों को साथ लगते विद्यालयों में विलय किया गया है. वहीं, इसके दृष्टिगत सरप्लस मिड-डे मील कार्यकर्ताओं को समीपवर्ती स्कूलों में समायोजित किया जाएगा. उनकी सेवाओं को समाप्त नहीं किया जाएगा. प्रदेश सरकार का मानना है कि शिक्षण संस्थानों में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से सरकारी स्कूलों का विलय किया जा रहा है. सरकार शिक्षा के क्षेत्र में कई क्रांतिकारी बदलाव करने जा रही है.
SCERT और DIET का होगा पुनर्गठन
हिमाचल प्रदेश सरकार राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद(SCERT) और जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों(DIET) का पुनर्गठन करने जा रही है. इसका उद्देश्य प्रदेश के विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करना है. प्रदेश सरकार ने शिक्षकों का ज्ञानवर्धन करने. उन्हें विश्वस्तरीय शिक्षण पद्धतियों की जानकारी प्रदान करने के लिए विदेशों में शिक्षण भ्रमण करवाया, ताकि प्रदेश के विद्यार्थी लाभान्वित हो सकें. प्रदेश सरकार शिक्षा, खेल और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी छात्रों के लिए भी इस तरह के भ्रमण कार्यक्रम आयोजित करवाएगी, ताकि विद्यार्थियों की प्रतिभा में और निखार आ सके.
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FIRST PUBLISHED :
September 22, 2024, 12:58 IST