हिमाचल के युवा अपने भविष्य को लेकर परेशान.
शिमला. हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है, और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू समेत कांग्रेस के कई नेताओं ने इसे स्वीकार किया है. पहली बार सितंबर 2024 में कर्मचारियों को 1 सितंबर को वेतन नहीं मिला और पेंशनरों को भी समय पर पेंशन नहीं दी गई. अक्टूबर में कर्मचारियों को 1 अक्टूबर को वेतन मिल गया, जबकि पेंशनरों को 9 अक्टूबर को पेंशन दी जाएगी.
इस स्थिति ने पेंशनरों के बीच नाराजगी पैदा कर दी है, और युवाओं में भविष्य को लेकर चिंता का माहौल बन गया है. इस मुद्दे पर Local18 ने शिमला के प्रतिष्ठित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संजौली कॉलेज के छात्रों से बात की.
आशा जताई की हालात जल्द सुधरेंगे
संजौली कॉलेज के छात्र पीयूष, दिव्यांश, आयुष, दिशा, दीपिका, काव्या, साहिल, आस्था, स्वाति, स्नेहा, चेष्टा, और भूमिका ने लोकल 18 से बातचीत में हिमाचल की मौजूदा आर्थिक स्थिति और अपने भविष्य को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी. कुछ छात्रों के अनुसार, मौजूदा हालात को देखते हुए उन्हें अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है, लेकिन कुछ छात्रों का मानना है कि यह अस्थाई स्थिति है और जल्द ठीक हो जाएगी. उनका विश्वास है कि आर्थिक स्थिति में सुधार होते ही सरकारी नौकरियों की संभावनाएं फिर से बढ़ेंगी.
सरकारी नौकरी के साथ स्किल्स पर भी फोकस जरूरी
अधिकतर छात्रों ने सरकारी नौकरी की तैयारी पर जोर दिया, क्योंकि इससे नौकरी की सुरक्षा और भविष्य की स्थिरता मिलती है. हालांकि, छात्रों ने यह भी कहा कि आज के समय में सिर्फ सरकारी नौकरी पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है, युवाओं को नए कौशल (स्किल्स) सीखने की भी जरूरत है. मौजूदा दौर में इंटरनेट पर कई ऑनलाइन कोर्स उपलब्ध हैं, जिनसे युवा विभिन्न स्किल्स सीख सकते हैं. कुछ छात्रों ने यह भी सुझाव दिया कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बनने जैसी वैकल्पिक करियर की संभावनाओं पर भी ध्यान देना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED :
October 2, 2024, 11:52 IST