तारों में रुचि रखने वालों के लिए एक अच्छी खबर हैं. उन्हें अपने जीवन में एक बार दिखने वाले तारे को देखना का मौका मिल रहा है. जी हां, इस तारे की खास बात ये है कि यह पृथ्वी के आकाश में 80 साल में एक बार दिखता है यानि इंसान अपने जीवन में इसे एक ही बार देख पाते हैं. ब्लेज़ स्टार या टी कोरोना बोरेलिस के नाम से जाना जाने वाला एक तारा लगभग 80 सालों में पहली बार रात के आकाश में फिर से दिखाई देने की उम्मीद है.
पिछली बार कब देखा गया था इसे?
इस तारे को पृथ्वी से आखिरी बार 1946 में देखा गया था. तब यह उत्तरी क्राउन तारामंडल से फटा था. सितंबर में दिखाई देने की भविष्यवाणी की गई थी, और अब खगोलविदों का मानना है कि यह किसी भी समय दिखाई दे सकता है. नासा के गोडार्ड स्पेस फ़्लाइट सेंटर में नोवा घटनाओं में विशेषज्ञता रखने वाली सहायक शोध वैज्ञानिक डॉ. रेबेका हौंसेल ने कहा, “यह जीवन में एक बार होने वाली घटना है जो कई नए खगोलविदों को प्रेरित करेगी, जिससे लोगों को ब्रह्मांडीय घटना को प्रत्यक्ष रूप से देखने, अपने खुद के सवाल पूछने और अपना खुद का डेटा जमा करने का मौका मिलेगा.”
कहां और कैसे बनता है ये?
यह घटना पृथ्वी से 3,000 प्रकाश वर्ष की दूरी पर मौजूद एक लंबे समय से मृत तारे के कारण होती है, जो एक शानदार विस्फोट में फिर से जलता है. यह उत्तरी तारे की तरह चमकेगा. नोवा की यह घटना केवल कुछ दिनों के लिए दिखाई देगी और फिर 80 सालों के लिए गायब हो जाएगा. यह प्रणाली एक सफेद बौने तारे से बनी है. यह बौना पृथ्वी के आकार का एक मृत तारे का अवशेष है, जिसका द्रव्यमान हमारे सूर्य के बराबर है. इसे एक प्राचीन लाल दानव की तरह बताया जाता है जो अपने भूखे पड़ोसी के बहुत ज्यादा ग्रैविटी के कारण धीरे-धीरे हाइड्रोजन से रहित हो जाता है.
कब होता है विस्फोट?
लाल विशाल तारे से हाइड्रोजन सफ़ेद बौने तारे की सतह पर जमा हो जाता है, जिससे दबाव और गर्मी का निर्माण होता है. आखिरकार, यह एक थर्मोन्यूक्लियर विस्फोट को चालू कर देता है जो उस जमा हुए पदार्थ को खत्म करने के लिए काफी होता है. टी सीआरबी के लिए, यह घटना औसतन हर 80 साल में फिर से होती है.
सपुरनेवा से बहुत अलग होती है ये घटना
हौंसल का कहना है कि नोवा को सुपरनोवा से भ्रमित न हों, जो एक अंतिम, विशाल विस्फोट है. वह कुछ मरते हुए तारों को नष्ट कर देता है. वहीं नोवा घटना में, बौना तारा बरकरार रहता है, जिससे जमा हुआ पदार्थ एक चमकदार चमक के साथ अंतरिक्ष में तेजी से उड़ जाता है. यह चक्र आमतौर पर समय के साथ खुद को दोहराता है, एक प्रक्रिया जो दसियों या सैकड़ों हज़ारों सालों तक चल सकती है.
पहली बार कब देखा गया था इसे?
ब्लेज़ स्टार को पहली बार 1217 में जर्मनी में उर्सबर्ग के बर्चर्ड नामक व्यक्ति ने देखा था, जिन्होंने इसे “एक धुंधला तारा जो कुछ समय के लिए बहुत रोशनी से चमकता था” के तौर पर समझाया था. स्काईगेज़र उत्तरी गोलार्ध में दो सबसे चमकीले सितारों- आर्कटुरस और वेगा- को ढूंढकर और उत्तरी क्राउन तारामंडल की ओर इशारा करते हुए एक सीधी रेखा खींचकर नोवा का पता लगा सकते हैं.
Around the world, nonrecreational and amateur astronomers are intimately watching T Coronae Borealis – a binary strategy ~3,000 light-years from Earth – waiting for an impending nova lawsuit truthful agleam it volition beryllium disposable connected Earth with the bare eye.
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— NASA Marshall (@NASA_Marshall) June 6, 2024
करीब होना बनाता है इसे विशेष
नासा गोडार्ड में एस्ट्रोपार्टिकल फिजिक्स लैबोरेटरी की प्रमुख डॉ. एलिजाबेथ हेस ने कहा, “आमतौर पर, नोवा घटनाएं इतनी धुंधली और दूर होती हैं कि यह पता लगाना मुश्किल होता है कि विस्फोट की ऊर्जा कहां केंद्रित है. यह घटना बहुत करीब होगी, क्योंकि कई लोग इसे देख रहे हैं, जिससे हमें इसकी संरचना और प्रक्रियाओं के बारे में मूल्यवान डेटा इकट्ठा करने में मदद मिलेगी.”
अक्टूबर की रात के आकाश में यह खगोलीय प्रदर्शन एकमात्र आकर्षण नहीं है, क्योंकि “सदी का धूमकेतु” भी 80,000 वर्षों में पहली बार पृथ्वी के पास से गुजरने वाला है.
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FIRST PUBLISHED :
October 8, 2024, 12:04 IST