Last Updated:January 19, 2025, 18:09 IST
Vantara: वनतारा में वैसे जनवरों को रिहैबिलिटेट किया जाता है जो किसी तरह की दिक्कत में हों. रिलायंस फाउंडेशन के वनतारा में पशुओं को नैचुरल हैबिटेट की तरह का माहौल प्रदान किया जाता है, ताकि उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी न होने पाए....और पढ़ें
Vantara: भारतीय संस्कृति में प्रकृति को मां का स्थान दिया गया है. वहीं, सभी जीवों को अपना परिवार माना गया है. प्रकृति और वन्यजीवों के प्रति इसी भावना को आगे ले जाते हुए रिलायंस फाउंडेशन के ‘वनतारा’ ने एक बार फिर मिसाल पेश की है. ‘वनतारा’ में देश और विदेश के घायल और बीमार बेजुबानों का रेस्क्यू और इलाज करने के साथ ही उनका देखभाल भी किया जाता है. इस योजना के तहत वनतारा में पश्चिम बंगाल से दो हथिनियों को लाया जा रहा है. इन्हें मायापुर स्थति इस्कॉन सेंटर से यहां लाया जा रहा है. यह ट्रांसफर पिछले साल अप्रैल में हुई उस दुखद घटना के बाद किया गया है, जब इन्होंने अपने महावत पर जानलेवा हमला कर दिया था.
वनतारा आएंगी विष्णुप्रिया और लक्ष्मीप्रिया
जानकारी के अनुसार, दोनों हथिनियों को पश्चिम बंगाल के मायापुर स्थित इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) से यहां लाया जा रहा है. इनका नाम लक्ष्मीप्रिया और विष्णुप्रिया है. यह फैसला तब लिया गया जब पिछले साल विष्णुप्रिया ने अपने महावत पर हमला कर दिया था, जिससे महावत की मौत हो गई थी. घटना के बाद इन हाथियों के लिए विशेष देखभाल और बेहतर माहौल की आवश्यकता की खबर सामने आई थी. अब इन दोनों हथिनियों को मायापुर से गुजरात के वनतारा लाया जा रहा है. इस ट्रांसफर को त्रिपुरा हाईकोर्ट की ओर से गठित हाई-पावर्ड कमेटी और सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दी है. यह कमेटी संकट में फंसे जंगली जानवरों को सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल देने का काम करती है.
जंजीरों से मिलेगी आजादी
बता दें कि वनतारा में इन हाथियों के लिए प्राकृतिक आवास जैसा माहौल तैयार किया गया है. यह एक ऐसा स्थान है, जहां उन्हें जंजीरों से आजादी मिलेगी और विशेषज्ञ पशु चिकित्सा, मनोवैज्ञानिक देखभाल और रिइंफोर्समेंट ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके साथ ही उन्हें अन्य हाथियों के साथ मेलजोल का मौका मिलेगा. इस्कॉन मायापुर में लक्ष्मीप्रिया को साल 2007 लाया गया था और विष्णुप्रिया को 2010 में यहां लाया गया था. मंदिर के पूजा समारोह में दोनों को शामिल किया जाता था. हादसे के बाद पशु संरक्षण संगठनों (जैसे PETA इंडिया और वर्ल्ड एनिमल प्रोटेक्शन) ने इन हाथियों को वनतारा जैसे भरोसेमंद केंद्र में भेजने की मांग की थी.
बेहतर जीवन की शुरुआत
इस्कॉन की सीनियर मेंबर हृमती देवी दासी ने कहा कि हमारे अनुसार हर जीव एक समान आत्मा है. वनतारा का दौरा करने के बाद मुझे भरोसा है कि विष्णुप्रिया और लक्ष्मीप्रिया वहां खुशी और आजादी का जीवन जी सकेंगी. दूसरी तरफ, पेटा इंडिया ने मंदिर में पूजा के लिए मैकेनिकल हाथी देने की पेशकश की थी, ताकि इन हाथियों को राहत दी जा सके. अब वनतारा में पहुंचने के बाद विष्णुप्रिया और लक्ष्मीप्रिया एक नए और बेहतर जीवन की शुरुआत करेंगी.
(डिस्क्लेमर – नेटवर्क18 और टीवी18 कंपनियां चैनल/वेबसाइट का संचालन करती हैं, जिनका नियंत्रण इंडिपेंडेट मीडिया ट्रस्ट करता है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज एकमात्र लाभार्थी है.)
Location :
Jamnagar,Gujarat
First Published :
January 19, 2025, 18:06 IST