झांसी. झांसी में हुए भीषण अग्निकांड के बाद महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज चर्चा के केंद्र में है. अब अग्निकांड में मृतकों की संख्या 12 हो गई है. जानकारी के अनुसार, झांसी महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू में शुक्रवार की रात तकरीबन 11 बजे भीषण आग लग गई थी, जिसमें 10 बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई थी. इस भीषण अग्निकांड के बाद मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं. यूपी सरकार ने इस घटना के जांच के आदेश दे दिए हैं.
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नीकू वार्ड में शुक्रवार को हुए अग्निकांड की जांच करने के लिए चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक डॉ. किंजल सिंह की अध्यक्षता में बनाई गई 4 सदस्यीय टीम सोमवार को मेडिकल कॉलेज पहुंची और घटना स्थल के अलावा वार्ड नंबर 5 में भर्ती बच्चों के परिजनों से बयान दर्ज किए. यह जांच टीम 7 दिनों में अपनी रिपोर्ट शासन को सौपेगी.
पीड़ितों के दर्ज किए बयान
अग्निकांड की जांच के लिए शासन ने चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण महानिदेशक की अध्यक्षता में 4 सदस्यीय टीम बनाई है. टीम में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक, अपर निदेशक विद्युत और अग्निशमन महानिदेशक की ओर से नामित अधिकारी शामिल हैं. यह कमेटी आग लगने के कारणों और लापरवाही की पहचान करने पहुंची है. ताकि भविष्य में इस तरह की घटना न हो. टीम ने सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया. इसके बाद टीम वार्ड नंबर 5 में भर्ती रेस्क्यू किए गए बच्चों का हाल जाना और परिजनों से बात की. इसके बाद जांच टीम मेडिकल कॉलेज गेस्ट हाउस पहुंची और घटना के दिन मौके पर मौजूद डाक्टर्स, जूनियर डाक्टर, पैरा मेडिकल स्टॉफ से जानकारी लेकर बयान दर्ज किए.
1 सप्ताह चलेगी जांच
महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण डॉ. किंजल सिंह ने बताया कि डीएम और कमिश्नर की रिपोर्ट में साफ बताया गया है कि घटना का मुख्य कारण शार्ट सर्किट ही है. सबसे पहले एक्सटेंशन बोर्ड में आग लगी और उसके बाद उसके आसपास स्थित वेंटिलेटर में आग लगी. नीकू में सेंसिटिविटी इंडेक्स ज्यादा होता है क्योकि बच्चों को आक्सीजन दिया जाता है. वहां वातावरण में आक्सीजन ज्यादा होती है. इस कारण वहां आग जल्दी फैली. मुख्य कारण शार्ट सर्किट ही था. कल भी यहां विजिट करेंगे.
Tags: Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News Hindi
FIRST PUBLISHED :
November 19, 2024, 12:40 IST