हाइलाइट्स
सुपरटेक की अटकी हैं 17 परियोजनाएं. इनमें से एक पर दिवालियापन कार्यवाही चल रही है.इसी वजह से एनबीसीसी ने कोर्ट से अनुमति मांगी है
नई दिल्ली. अम्रपाली प्रोजेक्ट्स में अटके हुए घर खरीदारों को बनाकर सौंपने वाले नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NBCC) ने अब सुपरटेक की सभी 17 परियोजनाओं का अधिग्रहण करने और अटके हुए 17 प्रोजेक्ट्स को पूरा कर होमबायर्स को फ्लैट्स सौंपने को तैयार है. यह बात एनबीसीसी ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक याचिका में कही है. इन 17 परियोजनाओं में से एक पर दिवालियापन की कार्यवाही चल रही है. एनबीसीसी ने इस कदम के लिए सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मांगी है. सुपरटेक की आवासीय परियोजनाओं में 50,000 से अधिक लोगों ने निवेश किया है. इनमें से कईयों को अभी फ्लैट्स नहीं मिले हैं और न ही उनको पैसा वापस मिला है. एक परियोजना के दिवालियापन की चपेट में आने के कारण, एनबीसीसी ने कोर्ट से अनुमति मांगी है ताकि वह सभी लंबित परियोजनाओं को पूरा कर सके. याचिका में एनबीसीसी ने कहा, “हमारा उद्देश्य घर खरीदारों, वित्तीय संस्थानों और परियोजनाओं के समग्र हित को साधना है.”
इकोविलेज 2 परियोजना के घर खरीदारों की ओर से पेश अधिवक्ता एम एल लाहोटी ने भी एनबीसीसी के प्रस्ताव का समर्थन किया. कोर्ट ने मामले की सुनवाई 1 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी. कोर्ट, इंडियाबुल्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दायर उस अपील पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें जून 2022 में एनसीएलएटी द्वारा शुरू की गई इकोविलेज 3 परियोजना के दिवालियापन की प्रक्रिया को चुनौती दी गई थी. इसी दौरान एबीसीसी ने भी याचिका दाखिल कर अपनी इच्छा जताई.
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तीन साल में सभी परियोजनाएं पूरा करने का आश्वासन
सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस संजीव खन्ना और संजय कुमार की पीठ के समक्ष एनबीसीसी की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल जैन ने कहा कि कंपनी ने सुपरटेक लिमिटेड की दिवालियापन प्रक्रिया से जुड़े मामले में हस्तक्षेप आवेदन दाखिल किया है. उन्होंने कोर्ट से इसे गंभीरता से लेने की अपील की है. कंपनी ने कोर्ट में कहा कि अम्रपाली परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा करने के उसके ट्रैक रिकार्ड को देखते हुए सुपरटेक की परियोजनाओं के अधिग्रहण के उसके प्रस्ताव को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. एनबीसीसी ने कोर्ट से आग्रह किया कि उसकी ‘संदर्भ की शर्तों’ को मंजूरी दी जाए, जिसमें सभी परियोजनाओं को तीन साल के भीतर पूरा करने का आश्वासन दिया गया है.
तीन चरणों में परियोजनाएं पूरा करने की योजना
एनबीसीसी ने तीन चरणों में परियोजनाओं को पूरा करने का प्रस्ताव दिया है. पहले चरण में, ग्रेटर नोएडा के इकोविलेज-2, नोएडा के रोमानो, कैपेटाउन, ग्रेटर नोएडा के सीज़र सूट्स, इकोविलेज-3, स्पोर्ट्स विलेज और ईको-सिटी को शामिल किया जाएगा. दूसरे चरण में, नॉर्थआई (नोएडा), अपकंट्री (यमुना एक्सप्रेसवे), इकोविलेज-1 (ग्रेटर नोएडा), मेरठ स्पोर्ट्स सिटी और ग्रीन विलेज शामिल होंगे. तीसरे चरण में, हिलटाउन (गुरुग्राम), अराविले (गुरुग्राम), रिवरक्रेस्ट (रुद्रपुर), दून स्क्वायर (देहरादून) और मिकासा (बेंगलुरु) परियोजनाएं होंगी.
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FIRST PUBLISHED :
September 25, 2024, 08:04 IST