रोहतासः रबी की सीजन में प्याज की बुवाई अक्टूबर-नवंबर के महीने में शुरू हो जाती है और यह जनवरी तक चलती है. इस सीजन का प्याज तैयार होने में लगभग चार महीना लग जाता है. यानी फरवरी और मार्च के बीच तैयार हो जाती है. कुछ लोगों की रबी सीजन की प्याज बुवाई के अनुसार अप्रैल मई तक निकलती है. अगर आप भी प्याज की खेती करना चाहते हैं, तो आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
प्याज की खेती के बारे में कृषि विशेषज्ञ डॉ. रतन कुमार ने Local18 को बताया कि प्याज की खेती के लिए सही तैयारी, चयनित बीज, सिंचाई तकनीक, और नियमित देखभाल पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
खेत की तैयारी के लिए सबसे पहले मिट्टी की गुणवत्ता और उर्वरक क्षमता की जांच करनी चाहिए. अच्छी पैदावार के लिए खेत की मिट्टी को गहरी जुताई करके हवादार और पोषक तत्वों से भरपूर बनाना आवश्यक है. इसके बाद संतुलित उर्वरक का प्रयोग करके मिट्टी की पोषक तत्वों की कमी को पूरा करें.
कम सिंचाई से बचना चाहिए
उन्होंने आगे कहा कि बीज का चयन करते समय उच्च गुणवत्ता और रोग प्रतिरोधक किस्मों को प्राथमिकता दें. बीजों को ठीक से उपचारित करके बुआई करें, ताकि वे अच्छे से अंकुरित हो सकें. सिंचाई के लिए नियमित लेकिन संतुलित पानी देना चाहिए. अत्यधिक या कम सिंचाई से बचना चाहिए क्योंकि यह प्याज की फसल को प्रभावित कर सकता है.
खेती के हर पहेलू को समझें
डॉक्टर रतन कुमार का कहना है कि फसल की देखभाल के लिए कीटनाशक और उर्वरकों का समय पर और सही मात्रा में प्रयोग करें. सही तकनीकों और विधियों को अपनाकर रबी फसल के साथ प्याज की खेती से अच्छा लाभ प्राप्त किया जा सकता है. उनकी सलाह से आप खेती के हर पहलू को बेहतर ढंग से समझकर सफलतापूर्वक प्याज की खेती कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
September 25, 2024, 09:30 IST