PM मोदी देंगे सोनमर्ग टनल की सौगात, जानें इस Z-Morh सुरंग की खूबियां

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Last Updated:January 11, 2025, 23:13 IST

सोनमर्ग टनल एक बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसमें ज़ोजिला टनल भी शामिल है. ज़ोजिला टनल 2028 तक पूरी होने की उम्मीद है. दोनों टनल चालू होने के बाद श्रीनगर से लेह के बीच कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार 13 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के सोनमर्ग टनल का उद्घाटन करेंगे. यह बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम सुबह 11:45 बजे आयोजित होगा. इस मौके पर प्रधानमंत्री एक जनसभा को संबोधित करेंगे और टनल के निर्माण में शामिल श्रमिकों से भी मुलाकात करेंगे.

पीएम मोदी ने जताई उत्सुकता
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को इस प्रोजेक्ट की तस्वीरें शेयर की थी. इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी उत्सुकता जाहिर की है.

article_image_1उन्होंने कहा, ‘मैं सोनमर्ग, जम्मू-कश्मीर की अपनी यात्रा को लेकर उत्सुक हूं. आप सही कह रहे हैं कि यह परियोजना पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बहुत लाभ पहुंचाएगी. इसकी एरियल तस्वीरें और वीडियो बहुत सुंदर हैं!’

इससे पहले, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री के दौरे की तैयारियों का जायजा लेने के लिए सोनमर्ग टनल का दौरा किया.

article_image_1उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा,
‘ज़-मोर टनल का उद्घाटन सोनमर्ग को पूरे साल पर्यटन के लिए खुला रखेगा. सोनमर्ग को एक बेहतरीन स्की रिसॉर्ट के रूप में विकसित किया जाएगा. सर्दियों में स्थानीय लोगों को क्षेत्र छोड़ने की जरूरत नहीं होगी, और श्रीनगर से कारगिल/लेह की यात्रा का समय भी कम हो जाएगा.’

सोनमर्ग टनल की खास बातें
सोनमर्ग टनल 12 किलोमीटर लंबा सुरंग है, जिसकी कुल लागत 2,700 करोड़ रुपये से अधिक है. इसमें मुख्य टनल, एक इमरजेंसी टनल और इससे जुड़े एप्रोच रोड शामिल हैं.

यह टनल समुद्र तल से 8,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और श्रीनगर से सोनमर्ग के बीच हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी. यह आगे लेह तक जुड़ने का मार्ग भी सुनिश्चित करेगी.

टनल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह भूस्खलन और हिमस्खलन जैसे जोखिम वाले मार्गों को बायपास करेगी. इससे यात्रा अधिक सुरक्षित और निर्बाध होगी. सामरिक दृष्टि से यह टनल लद्दाख क्षेत्र में रक्षा सामग्रियों और कर्मियों की आवाजाही के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण होगी.

पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
सोनमर्ग टनल के माध्यम से सोनमर्ग को पूरे साल पर्यटन के लिए खोल दिया जाएगा. सर्दियों में सुरक्षित यात्रा की सुविधा से साहसिक पर्यटन और शीतकालीन खेलों को बढ़ावा मिलेगा. इससे स्थानीय व्यवसाय और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.

भविष्य की योजनाएं और लाभ
सोनमर्ग टनल एक बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जिसमें ज़ोजिला टनल भी शामिल है. ज़ोजिला टनल 2028 तक पूरी होने की उम्मीद है. दोनों टनल चालू होने के बाद श्रीनगर से लेह के बीच कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होगा.

श्रीनगर और लेह के बीच की दूरी 49 किलोमीटर से घटकर 43 किलोमीटर रह जाएगी और यात्रा की गति 30 किलोमीटर प्रति घंटा से बढ़कर 70 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी. इससे न केवल यात्रा तेज और सुगम होगी, बल्कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के बीच आर्थिक एकीकरण को भी मजबूती मिलेगी.

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