Rohit Sharma On Ranji Trophy Tournament: भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज और कप्तान रोहित शर्मा पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं और उनके बल्ले से रन निकलना मुश्किल हो गए हैं। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में वह तीन टेस्ट मैचों में सिर्फ 31 रन बना पाए। खराब फॉर्म की वजह से ही वह आखिरी टेस्ट मुकाबले में नहीं खेल पाए थे। 37 साल के इस खिलाड़ी ने पिछली 15 पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक बनाने के बावजूद टेस्ट से संन्यास लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने मंगलवार को वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई टीम के साथ अभ्यास किया था। इसके बाद उनके रणजी ट्रॉफी में खेलने के कयास लगने लगे। जिस पर रोहित ने अपडेट दिया है।
रणजी ट्रॉफी मैच के लिए उपलब्धता की पुष्टि की
मुंबई क्रिकेट टीम को रणजी ट्रॉफी के दूसरे चरण में 23 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मुकाबला खेलना है और इस मैच के लिए रोहित ने अपनी उपलब्धता की शनिवार को पुष्टि की। लेकिन घरेलू मैचों में स्टार खिलाड़ियों की भागीदारी को लेकर कहा कि इंटरनेशनल कैलेंडर के व्यस्त कार्यक्रम से खिलाड़ियों के लिए समय निकालना मुश्किल है। रोहित ने यह भी कहा कि कोई भी खिलाड़ी टॉप घरेलू टूर्नामेंट को हल्के में नहीं लेता है।
IPL के बाद नहीं होते इंटरनेशनल मैच: रोहित शर्मा
प्रेस कॉनफ्रेंस के दौरान घरेलू मैच के लिए उनकी उपलब्धता के बारे में पूछे जाने पर रोहित शर्मा ने कहा कि पिछले 6-7 सालों से अगर आप हमारे कैलेंडर को देखें तो ऐसा कभी नहीं हुआ कि हम 45 दिनों तक घर बैठे रहे हों। ऐसा तभी होता है जब आईपीएल खत्म होने के तुरंत बाद कोई इंटरनेशनल मैच नहीं होता है। हमारा घरेलू सेशन अक्टूबर में शुरू होता है और मार्च तक चलता है। जो खिलाड़ी नेशनल टीम के लिए सभी फॉर्मेट नहीं खेल रहे हैं और जब घरेलू क्रिकेट हो रहा है, तो वे इसमें खेल सकते हैं।
रोहित शर्मा ने कहा कि मैं अपनी बात करूं तो मैंने 2019 से नियमित रूप से टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया दिया है। ऐसे में आपको मुश्किल से ही समय मिलता है। जब आप नियमित रूप से इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हैं, तो आपको तरोताजा होने के लिए समय की जरूरत होती है। ऐसा नहीं है कि कोई घरेलू क्रिकेट को हल्के में ले रहा है।
साल 2013 में किया था टेस्ट में डेब्यू
रोहित शर्मा ने भारतीय टीम के लिए साल 2013 में टेस्ट में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दो टेस्ट मैचों में शतक लगाए थे। लेकिन इसके बाद खराब फॉर्म की वजह से वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे। लेकिन साल 2019 से वह लगातार टेस्ट टीम का हिस्सा बने हुए हैं और उन्होंने भारत के लिए 67 टेस्ट मैचों में 4301 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं।
(Input: PTI)
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