लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर अमेरिका गए थे ताकि प्रधानमंत्री को ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह का न्यौता दिला सकें। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने उनके इस इल्जाम को गलत बताया, अपना बयान वापस लेने को कहा। फिर राहुल गांधी ने चीन के बहाने सरकार पर हमला बोला, कहा कि चीन ने हमारी 4,000 वर्ग किलोमीटर भूमि पर क़ब्ज़ा कर रखा है। किरन रिजीजू ने टोका, कहा कि राहुल को चीन की बात पर भरोसा है लेकिन हमारी सेना पर यकीन नहीं है।
इसके बाद राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को निशाने पर लिया। महाराष्ट्र में कांग्रेस के महाविकास आघाड़ी की बुरी हार के लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच राज्य में 76 लाख वोटर बढ़ गए, बीजेपी ने महाराष्ट्र का चुनाव इन्हीं नए वोटर्स की वजह से जीता। राहुल ने कहा कि बार-बार मांगने पर भी चुनाव आयोग उन्हें नए वोटर्स का डेटा नहीं दे रहा है।
राहुल गांधी ने कहा, 'हिमाचल प्रदेश की आबादी के बराबर नए मतदाता महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट में जोड़े गए, ज्यादातर नए मतदाता उन्हीं विधानसभा क्षेत्रों में जोड़े गए, जहां बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की। मैं चुनाव आयोग पर कोई इल्ज़ाम नहीं लगा रहा हूं, लेकिन मैं सदन में कह रहा हूं कि चुनाव आयोग को महाराष्ट्र के मतदाताओं से जुड़े आंकड़े कांग्रेस को, शिवसेना को और NCP को देने होंगे और मुझे पूरा विश्वास है कि चुनाव आयोग हमें ये आंकड़े नहीं देगा। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि नियम बदल दिए गए हैं। मैं ये बात कोई अचानक से नहीं कह रहा हूं।'
राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयुक्तों का चयन पहले प्रधानमंत्री, नेता विपक्ष और देश के मुख्य न्यायाधीश मिलकर करते थे। 'लेकिन नियम बदलकर, चीफ जस्टिस को चयन समिति से हटा दिया गया। क्यों? ये सवाल प्रधानमंत्री से है। वो बताएं कि चीफ जस्टिस को चयन समिति से क्यों हटाया गया। कुछ दिनों के बाद मैं चुनाव आयुक्त के चयन की बैठक में जा रहा हूं। उस बैठक में अमित शाह और मोदी जी भी होंगे। आप सोचिए, एक तरफ़ अमित शाह और मोदी होंगे, दूसरी तरफ़ मैं अकेला। ऐसी बैठक में जाने का क्या मतलब है? क्या मैं बैठक में सिर्फ़ इसलिए जा रहा हूं कि मोदी जी और अमित शाह जी ने जिसको नियुक्त करने का फ़ैसला किया है, उस पर मैं भी मुहर लगा दूं?'
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बीच 70 लाख वोटर्स जोड़ने की बात कहकर महाराष्ट्र के चुनाव के नतीजों पर सवाल खड़ा कर दिया। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग को इस मामले में चुनाव के बाद एक लंबा पत्र लिखा था। चुनाव आयोग ने 66 पन्नों का जवाब दिया था। इसमें वोटर्स को लेकर कांग्रेस का आरोप था कि 50 चुनाव क्षेत्रों में 50 हजार से ज्यादा वोट बढ़े। इनमें से 47 सीटें ऐसी थी जहां महाराष्ट्र में बीजेपी जीती। चुनाव आयोग ने इसे सरासर झूठ, गलत बताया।
चुनाव आयोग ने कहा कि सिर्फ छह विधानसभा क्षेत्रों में 50 हजार से ज्यादा नये वोटर जोडे गए थे, न कि 50 क्षेत्रों में। 70 लाख वोटर के बारे में चुनाव आयोग ने कहा था ये आंकड़ा भी गलत है। महाराष्ट्र में 41 लाख नए वोटर जुड़े। इनमें से 26 लाख नए युवा वोटर्स थे, जिनमें 18-19 साल आयुवर्ग के 9 लाख वोटर शामिल हैं, जिन्होंने अपने वोट बनवाए। चुनाव आयेग ने कहा कि महाराष्ट्र में एक लाख पोलिंग बूथ हैं। अगर औसतन 40 वोटर प्रति पोलिंग बूथ बढ़ते हैं तो कोई अचरज की बात नहीं होनी चाहिए। समय समय पर चुनाव आयोग नये वोटर्स को जोड़ने के लिए अभियान चलाता है।
2018 में जब ऐसा अभियान चला था तो महाराष्ट्र में 2 महीने में 28 लाख से ज्यादा वोटर जुड़े थे। तब किसी ने सवाल नहीं उठाया। आश्चर्य की बात ये है कि राहुल गांधी के पास चुनाव आयोग का पूरा जवाब था। इसके बावजूद लोकसभा में वही सवाल उठाए जिनका सिलसिलेवार उत्तर चुनाव आयोग दे चुका है। (रजत शर्मा)
देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 03 फरवरी, 2025 का पूरा एपिसोड