गोटा पट्टी की साड़ियां महिलाओं को आ रही खूब पसंद
जयपुर. शादियों का सीजन चल रहा है ऐसे में लोग अपने घरों से बाहर निकाल कर अपने परिवार के लिए खरीदारी कर रहे हैं. लगातार शादियों के मुहूर्त रहने के कारण बाजारों में भी रौनक दिखने लगी है. बाजार सजने लगे हैं. दुकानों में तरह-तरह के वैरायटी के कपड़े भी दिखाई देने लगे हैं. शादी के लिए महिलाएं, पुरुष और बच्चे जमकर खरीदारी कर रहे हैं. इस बार वेडिंग सीजन में महिलाओं के लिए अनेकों वैरायटी के प्रोडक्ट और कपड़े मार्केट में आए हैं.
आज हम आपको बताएंगे कि इस वेडिंग सीजन में जयपुर क्षेत्र में किस तरह की साड़ियां पसंद की जा रही हैं. जयपुर के ग्रामीण क्षेत्र में सैकड़ों साल से महिलाएं यहां पारंपरिक वेशभूषा में शादियों की रस्में निभाती आई हैं. इसी परंपरा को निभाते हुए इस बार पुरानी वेशभूषा के डिजाइन को बदल कर नए डिजाइन के कपड़े मार्केट में आ रहे हैं. ये कपड़े हाल ही में शादीशुदा महिलाओं को खूब पसंद आ रहे हैं.
गोटा पट्टी की साड़ियां महिलाओं को आ रही पसंद
वेडिंग सीजन पर महिलाएं परिवार के लिए नए-नए कपड़े खरीदती हैं. ऐसे में महिलाएं अपने लिए इस बार कुछ अलग तरह की साड़ियां पसंद कर रही हैं. जयपुर क्षेत्र में गोटा पत्ती की साड़ियां खूब पसंद की जा रही हैं. जयपुर व इसके आसपास के जिलों क्षेत्र में इस प्रकार की साड़ियों की डिमांड अधिक है. गोटा पत्ती की साड़ियों की डिमांड अधिक रहने का कारण है उसका राजस्थानी लुक होना है. इस साड़ी के बॉर्डर पर पत्तियों के जैसे गोटा लगा होता है जिस कारण से यह साड़ी सुंदर दिखाई देती है. इसी सुंदरता के कारण महिलाएं इस साड़ी की ओर आकर्षित हो रही है.
गोटा पत्ती की साड़ी की पहचान
गोटा पत्ती की साड़ी राजस्थान और गुजरात की पारंपरिक हस्तशिल्प कला का हिस्सा है. इसे खास तौर पर शादियों, त्योहारों और अन्य खास मौकों पर पहना जाता है. साड़ी पर सुनहरे या चांदी के गोटा (धातु की पट्टी) और जरी से बनी कढ़ाई होती है. ये साड़ियां हाथ से बनाई जाती है आमतौर पर फूल, पत्ते, बेल और अन्य पारंपरिक डिजाइन बनाए जाते हैं. गोटा पत्ती साड़ी की मुख्य विशेषता इसकी चमकदार और आकर्षक सजावट है.
इसे अक्सर लाल, हरे, नीले, गुलाबी, या पीले रंग की सिल्क, जॉर्जेट या शिफॉन साड़ियों पर बनाया जाता है. इसमें कारीगर धातु की पतली पट्टी को कपड़े पर सिलकर विभिन्न डिजाइन तैयार करते हैं. यह प्रक्रिया बहुत समय लेने वाली होती है और हर साड़ी की कढ़ाई में बारीक काम होता है. यह साड़ियां राजस्थान की रॉयल फैशन का प्रतीक मानी जाती हैं. इसे खासतौर पर शादी के अवसर, हल्दी, मेहंदी, या संगीत जैसे कार्यक्रमों में पहना जाता है.
Tags: Jaipur news, Lifestyle, Local18, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED :
November 27, 2024, 11:14 IST