कुंडली में भकूट दोष
ओम प्रयास / हरिद्वार. शादी विवाह करने के लिए वर वधू (लड़के लड़की) की कुंडली का आंकलन करना बेहद जरूरी बताया गया है. यदि कुंडली में कोई भी दोष है, तो उसका उपाय करने के बाद ही शादी करना जीवन के लिए शुभ होता है. यदि कुंडली में कोई दोष है और फिर भी शादी हो जाती है, तो जीवन दुखों से भर जाता है. लड़के लड़की का जीवन सुखी हो, इसके लिए दोनों की कुंडली का आंकलन करना जरूरी होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में कई प्रकार के दोष होते हैं. मांगलिक दोष, भकूट दोष, अष्टकूट आदि सभी का विचार किया जाता है. साथ ही कुंडली के सभी भाव में विराजमान ग्रहों की स्थिति भी देखी जाती है. यदि कुंडली में भकूट दोष है, तो उसका विचार मुख्य रूप से किया जाता है. भकूट दोष में तीन प्रकार के दोष होते हैं. यदि इन तीनों में से लड़के लड़की की कुंडली में कोई दोष है तो उसका उपाय करना बेहद जरूरी होता है.
क्या होता हैं भकूट दोष
कुंडली में भकूट दोष के बारे में ज्यादा जानकारी लोकल 18 को देते हुए हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भकूट दोष तीन प्रकार के होते है. भकूट दोष में षडाष्टक दोष, द्वि-द्वादश दोष और नव-पंचम दोष होते हैं. ज्योतिषी बताते हैं कि यदि कुंडली में भकूट दोष होने पर लड़के लड़के का विवाह हो जाता है, तो जीवन भर बहुत सी परेशानियां, आर्थिक तंगी, मानसिक अशांति, मृत्यु के समान कष्ट आदि आते हैं. भकूट दोष के षडाष्टक दोष में छठी और आठवीं राशि का विवाह करना वर्जित होता है. द्वि-द्वादश दोष में दूसरी और 12वीं राशि के जातकों को विवाह नहीं करना चाहिए और नव-पंचम दोष में पांचवी और 9वीं राशि को विवाह करने पर जीवन भर समस्याएं, दुख बने रहते हैं. उदाहरण के तौर पर षडाष्टक दोष में 1-6, 2-9, 3-8, 4-11, 5-10 और 7-12 राशि के लड़के लड़की को विवाह नहीं करना चाहिए. ऐसे ही 1-2, 3-4, 5-6, 7-8, 9-10 और 11-12 राशि होने पर द्वि-द्वादश दोष होता है. जिसमें विवाह करना वर्जित होता है. 12-4, 8-4, 3-11 और 6-10 राशि होने पर नव-पंचम दोष होता है. जिसमें जीवनभर आर्थिक तंगी, मानसिक रूप से परेशान आदि रहना पड़ता है. इन राशियों के जातकों को विवाह नहीं करना चाहिए. ज्योतिषी के अनुसार यदि विवाह करना चाहते हैं तो उपाय करने के बाद ही विवाह का विचार किया जा सकता है.
सभी 12 राशियां
1. मेष
2. वृषभ
3. मिथुन
4. कर्क
5. सिंह
6. कन्या
7. तुला
8. वृश्चिक
9. धनु
10. मकर
11. कुंभ
12. मीन
उपाय
पंडित श्रीधर शास्त्री लोकल 18 को बताते हैं कि भकूट दोष में षडाष्टक दोष, द्वि-द्वादश दोष और नव-पंचम दोष होने पर गोमिथुन का दान, चांदी या कांसे का बर्तन दान करने पर और ब्राह्मणी या सुपात्र जनों को अपने सामर्थ्य के अनुसार भोजन कराने के साथ ही दक्षिणा देने पर इन दोषों की काट हो जाती है और विवाह करने के बाद कोई भी समस्या या दुख कष्ट नहीं आतें हैं.
Note: भकूट दोष के बारे में ज्यादा जानकारी करने के लिए आप हरिद्वार की ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री से उनके फोन नंबर 9557125411 और 9997509443 पर संपर्क कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 08:40 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.