करवा चौथ
अयोध्या: सनातन धर्म में करवा चौथ का व्रत बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं. प्रत्येक वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. यह व्रत मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं.
बता दें कि इस व्रत को निर्जल किया जाता है. उसके बाद शाम के समय चंद्रमा को अरग देने के बाद इसका पारण किया जाता है. आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे कि धर्मनगरी अयोध्या में चंद्रोदय का क्या समय है .साथ इस रिपोर्ट में बताएंगे कि इस दिन कौन सा उपाय करें कि वैवाहिक जीवन में प्रेम भावना बना रहे, तो चलिए इस रिपोर्ट में जानते हैं.
अयोध्या के ज्योतिष ने बताया
दरअसल, अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत करती हैं. प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. पूरे देश में आज करवा चौथ का व्रत 20 रखा जाएगा.
जानें कब समाप्त होगा करवा चौथ व्रत
करवा चौथ व्रत का समय सुबह 6:34 से शाम 7:22 पर समाप्त होगा, जिसमें पूजा का मुहूर्त शाम 5:45 से लेकर 7:04 तक रहेगा, तो वहीं, धर्मनगरी अयोध्या में लगभग 7:55 पर चंद्रोदय होगा. इस दिन कुछ खास उपाय करने से वैवाहिक जीवन में मिठास भी लाया जा सकता है.
सुहागिन महिलाएं करती हैं पूजा-पाठ
करवा चौथ व्रत के दिन सुहागिन महिलाएं 16 श्रृंगार कर माता करवा की पूजा करती हैं. साथ ही माता पार्वती को 16 श्रृंगार की सामग्री भी अर्पित करती हैं. ऐसा करने से कहा जाता है दांपत्य जीवन में खुशियां बनी रहती हैं. करवा चौथ के दिन सबसे पहले गणेश जी की पूजा आराधना करनी चाहिए. उन्हें दूर्वा के साथ 21 गन अर्पित करना चाहिए. उसके बाद भगवान गणेश के मंत्र का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में मिठास बनी रहती है. साथ ही सभी तरह की परेशानियों से भी मुक्ति मिलती है .
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FIRST PUBLISHED :
October 20, 2024, 08:40 IST