Last Updated:January 21, 2025, 09:48 IST
Non Veg Hotel: अररिया मुख्यालय फारबिसगंज NH-57 से महज 1 किलोमीटर दूर शंकर मीट होटल है. ना केवल यह इस शहर का सबसे पुराना, बल्कि सबसे मशहूर मीट होटल भी है.
होटल
अररिया: अगर आप भी मटन खाने के शौकीन हैं, तो आज हम आपको अररिया के एक ऐसे होटल के बारें में बताने जा रहे हैं, जहां का मटन खाकर आप बोलेंगे वाह क्या स्वाद है. दरअसल अररिया मुख्यालय फारबिसगंज NH-57 से महज 1 किलोमीटर दूर शंकर मीट होटल है. ना केवल यह इस शहर का सबसे पुराना, बल्कि सबसे मशहूर मीट होटल भी है. लगभग 26 साल पुरानी इस दुकान को शंकर और उनके परिवार ने पीढ़ियों से संभाला है. शंकर ने इस होटल की शुरुआत की थी, जिसे उनके बेटे ने आगे बढ़ाया और आकाश कुमार इसे चला रहे हैं. यहां परोसे जाने वाले मीट की खासियत इसकी सीक्रेट रेसिपी है, जिसे बिना किसी विशेष मसाले के तैयार किया जाता है. यही कारण है, कि लोग यहां के मीट का स्वाद चखने के लिए दूर-दूर से आते हैं.
हर दिन 400 से 700 के बीच आते हैं ग्राहक
आपको बता दें, कि होटल में प्रमुख तौर पर मटन परोसा जाता है, लेकिन मछली, चिकन खाने वालों के लिए भी यहां विशेष व्यवस्था है. रोजाना 50-60 किलो मटन की यहां खपत है. यह शंकर राय मीट होटल सुबह 9 बजे से रात के 10:00 बजे तक चलता है, और एक दिन में यहां 400-700 ग्राहक आते हैं. प्रति दिन 50-60 किलो मटन कुछ ही घंटों में खत्म हो जाता है.
ये है होटल की रेट लिस्ट
इस होटल में 400 रुपये प्रति प्लेट मटन मिलता है, जिसमें चार पीस मटन, रोटी, चावल और अन्य सामग्रियां शामिल होती हैं. चिकन 120 रूपए प्रति प्लेट मिलता है, और मछली 120 में एक प्लेट में दो पीस मिलती है. वहीं यहां आप सादा खाना भी खा सकते हैं, जबकि देशी मछली भी यहां मिलती है. आपको बता दें, कि दूर-दूर से मटन खाने यहां लोग आते हैं.
यहां का मटन खाना नहीं भूलते लोग
यहां के नियमित ग्राहक बबलू ने लोकल 18 से बातचीत में बताया, कि पिछले 15 सालों से यहां मीट खा रहे हैं. यहां के मटन की गुणवत्ता और स्वाद अतुलनीय है. वहीं, 20 किलोमीटर दूर से आए एक ग्राहक मिथिलेश कुमार बताते हैं, कि दुकान में हमेशा भीड़ रहने के कारण उन्हें काफी इंतजार करना पड़ता है. इसके बावजूद जब भी वे अररिया मुख्यालय आते हैं, यहां का मटन खाना नहीं भूलते हैं.
पिता ने शुरू किया बेटा चलाता है होटल
शंकर कुमार राय ने लोकल 18 से बातचीत में बताया, कि बचपन में दूसरे के होटलों में कामकाज करते थे. बचपन से सपना था कि एक खुद का होटल खोलें. 4 या 5 वीं तक की पढ़ाई लिखाई किए थे . घर की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण दूसरे के होटलों में कामकाज करते थे. इसके बाद अपना खुद का होटल खोल लिया. उन्होंने आगे बताया कि इस बिजनेस में शुरूआत में थोड़ी दिक्कत जरूर होती है, लेकिन धीरे-धीरे मुनाफा बढ़िया होने लगता है. अब मेरा बेटा आकाश कुमार जो पीजी कर रहा है, वह इस होटल को देखता है.
15 लोगों को दिया रोजगार
शंकर कुमार राय के बेटे आकाश कुमार ने लोकल 18 से बातचीत में बताया, कि अभी 15 लोगों को रोजगार दिया है. इस होटल से कई लोगों का परिवार चलता है. मेरा भी सपना है, कि इस होटल को और आगे बढ़ाएं. मटन यहां रोजाना 50-60 किलो खपत होता है. वहीं, विशेष दिनों पर 1 क्विंटल से अधिक हो जाता है, उन्होंने आगे बताया कि मेरे होटल के सब कारीगर बहुत अच्छे हैं. चंदकिशोर पासवान उर्फ चानू ये सबसे बढ़िया कारीगर हैं. ये सभी लगभग 10 सालों से काम करते हैं. हमारे होटल के सेल्समेन विनोद कुमार, मनोज राय, अर्जुन राय, ये सभी हमारे होटल का परिवार हैं
First Published :
January 21, 2025, 09:48 IST