Last Updated:January 21, 2025, 12:43 IST
Symptoms of Celiac Disease: पेट में सैकड़ों तरह की बीमारियां होती हैं जिनमें से कई को डॉक्टर भी पहचानने में गलती कर देते हैं. सीलिएक डिजीज ऐसी ही हैं जो बेहद खतरनाक है. अगर सही समय पर इलाज नहीं किया जाए तो यह आ...और पढ़ें
Symptoms of celiac disease: आपने कई बीमारियों के नाम सुने होंगे लेकिन क्या आपने सीलिएक बीमारी का नाम सुना है. पेट की यह बीमारियों कई लोगों में होती है लेकिन पता ही नहीं चलता कि उसे सीलिएक बीमारी है. हालांकि इसमें दोष आपका नहीं क्योंकि यह गलती डॉक्टर भी करते हैं. अधिकांश बार डॉक्टर को भी पता नहीं चलता कि किसी को सिलिएक बीमारी है. जो संकेत सिलिएक बीमारी में होते हैं, वह अधिकांश लोगों में होते हैं. जैसे कि अपच, गैस, पेट का फूलना, कब्ज, डायरिया आदि. इस बीमारी के बारे में इसलिए नहीं चलती क्योंकि लक्षण कुछ दिन रहने के बाद गायब हो जाता है और दोबारा से हो जाता है. सीलिएक बीमारी के लिए मुख्य रूप से जीन को दोषी माना गया है. हालांकि यह बीमारी बेहद खतरनाक है क्योंकि एक बार जब हो जाए तो यह मुश्किल से ही शरीर से जाता है और आंत की लाइनिंग में सूजन हो जाती है.
क्या सीलिएक बीमारी
मायो क्लिनिक के मुताबिक सिलिएक बीमारी आमतौर पर उस व्यक्ति में होती है जिनमें जीन की गड़बड़ी होती है. इस बीमारी के लिए DQ2 और DQ8 जीन को मुख्य विलेन माना जाता है. ये खास तरह की जीन हर इंसान में नहीं होते. लेकिन जिस इंसान में होते हैं, उन्हें यह बीमारी होती है. वहीं दूसरी ओर ग्लूटेन इंटॉलरेंस के कारण भी यह बीमारी होती है. यानी कुछ लोगों में ग्लूटेन इंटॉलरेंस होता है जिसकी वजह से अगर ये लोग ग्लूटेन वाली कोई चीज खाएं तो उसे यह बीमारी हो जाती है. हालांकि ग्लूटेन वाली दिक्कत भी उन लोगों में होता है जिनकी जीन में खराबी होती है.
इस बीमारी में क्या होती है
इस बीमारी में मुख्य रूप से आंतों की दीवारों में खरोंच लगने लगती है. इससे आंत की लाइनिंग खराब होती है. आंत की लाइनिंग सुरक्षा कवच है जो आंतों को बाहरी हमले से बचाता भी है और पाचन में भी मदद करता है. लाइनिंग के खराब होने से पोषक तत्वों का अवशोषण सही से नहीं होगा. इससे तरह -तरह की परेशानियां होंगी.
सीलिएक बीमारी के लक्षण
सीलिएक बीमारी में शुरुआत में मामूली लक्षण दिखते हैं. इसमें अक्सर पेट फूला हुआ रहता है. अक्सर डायरिया भी लग जाता है. डायरिया के कारण कमजोरी ज्यादा हो जाती है.हमेशा पेट में गैस बनती रहती है और कब्ज भी रहता है. ऐसे व्यक्तियों में लेक्टोज इंटॉलरेंस होता है जिसके कारण दूध या दूध से बनी कोई भी चीज खाने पर पेट का बुरा हाल हो जाता है. इस कारण गैस और ब्लोटिंग की समस्या बहुत बढ़ जाएगी. पेट में दर्द करने लगेगा. चूंकि पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो जाता है इसलिए वजन भी तेजी से घटने लगता है.
इलाज नहीं कराने से क्या होगा
सिलिएक बीमारी में जो लक्षण आते हैं वे चले भी जाते हैं. इसलिए लोग अक्सर हल्की-फुल्की दवा लेकर इसे छोड़ देते हैं. यहीं से बड़ी गलती हो जाती है. जब इसे बिना इलाज छोड़ दिया जाए तो इससे शरीर में खून की कमी होने लगेगी. इससे एनीमिया की बीमारी होगी. वहीं हड्डियों में बोन डेंसिटी कम होने लगेगी. हड्डियों में ताकत गिरने लगेगी. स्किन पर रैशेज निकलने लगेंगे. मुंह में छाले पड़ने लगेंगे. हमेशा सिर दर्द और थकान रहेगी. लिवर कमजोर होने लगेगा और जोड़ों में हमेशा दर्द रहेगा. वजन तेजी के साथ गिरने लगेगा
इलाज क्या है
इस बीमारी का स्थायी इलाज नहीं है लेकिन शुरुआत में अगर डॉक्टर के पास पहुंच जाएंगे और डॉक्टर बीमारी को पकड़ लेगा तो इसे बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकता है. जब बीमारी बिना इलाज छोड़ दी जाएगी तो बाद में बहुत ज्यादा परेशानी होगी.
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First Published :
January 21, 2025, 12:43 IST