बल्लभगढ़ में सब्जियों की महंगाई से ग्राहक परेशान।
फरीदाबाद: त्योहारों के मौसम में सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं. अदरक, लहसुन, टमाटर, प्याज और हरी सब्जियों की बढ़ती कीमतें आम आदमी की जेब पर भारी पड़ रही हैं. जहां पहले लोग बड़ी मात्रा में सब्जियां खरीदते थे, अब महंगाई के कारण लोग कम मात्रा में सब्जियां खरीदने पर मजबूर हैं.
टमाटर की बिक्री में कमी
बल्लभगढ़ सब्जी मंडी में 20 साल से दुकान चला रहे बिट्टू जैन का कहना है कि वह केवल टमाटर बेचते हैं. उन्होंने बताया कि देसी टमाटर 80 रुपये किलो और बम्बई टमाटर 70 रुपये किलो बिक रहा है. महंगाई का असर ग्राहकों की खरीदारी पर साफ दिख रहा है. पहले जहां ग्राहक 1 किलो टमाटर खरीदते थे, अब वे आधा किलो या उससे भी कम खरीद रहे हैं. हालांकि, बिट्टू जैन की दुकान पर अब भी रोज़ाना 10 से 15 कैरेट टमाटर बिक जाते हैं.
प्याज की बिक्री में गिरावट
18 साल से सब्जी मंडी में प्याज बेच रहे रंजीत ने लोकल 18 को बताया कि प्याज की कीमतें बढ़ने का असर उनकी बिक्री पर पड़ा है. वह 60-70 रुपये प्रति किलो प्याज बेच रहे हैं. रंजीत ने बताया कि प्याज कट्टे में आने के बाद सड़ जाता है, जिससे वजन कम हो जाता है और भाड़ा भी आठ से नौ रुपये किलो तक बढ़ जाता है. अगर प्याज 30-40 रुपये किलो होता, तो उनकी बिक्री बढ़ सकती थी. रंजीत का परिवार इसी दुकानदारी से चलता है, लेकिन बढ़ती महंगाई के कारण उन्हें बहुत अधिक आय नहीं हो पा रही है.
महंगाई के बावजूद मोदी का समर्थन
ग्राहक महेश कुमार ने अपनी राय देते हुए कहा कि महंगाई भले ही बढ़ी हो, लेकिन वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में हैं. उन्होंने टमाटर की बढ़ती कीमतों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इतना महंगा टमाटर खरीदना मुश्किल हो गया है.
बुद्धन पंडित: लहसुन और अदरक की कीमतें
20 साल से मंडी में अदरक और लहसुन बेच रहे बुद्धन पंडित ने बताया कि वह बिहार से ताल्लुक रखते हैं. लहसुन की कीमतें 200 से 250 रुपये किलो तक पहुंच गई हैं, जबकि देशी लहसुन 200 रुपये किलो बिक रहा है. मिर्च भी 100 रुपये किलो तक बिक रही है. उन्होंने बताया कि महंगाई के कारण ग्राहकों की संख्या में कमी आई है.
Tags: Chhath Puja, Diwali festival, Faridabad News, Haryana news, Local18, Special Project
FIRST PUBLISHED :
October 21, 2024, 14:50 IST