आलोक मेहता मामला: चार हुए अरेस्ट पर रडार पर अभी और भी नाम, कस रहा ED का शिकंजा

6 days ago 2

Last Updated:January 12, 2025, 12:50 IST

Alok Mehta Case: करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़ा वाले इस मामले की तफ्तीश करने वाले अधिकारियों के रडार पर पूर्व मंत्री आलोक मेहता भी हैं. बता दें कि आलोक मेहता राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं, जो लालू प्रसाद यादव...और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • RJD नेता और बिहार में पूर्व मंत्री रहे आलोक मेहता केस में कार्रवाई जारी.
  • आलोक मेहता के खिलाफ दर्ज मामले में चार आरोपियों की हुई गिरफ्तारी.

पटना. केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी का राष्ट्रीय जनता दल ( RJD) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रहे आलोक मेहता पर शिकंजा और कसता जा रहा है. उनकी  कई कंपनियों से जुड़े करोड़ों रपये के मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में तफ्तीश के दौरान मिले सबूतों और दर्ज बयानों के आधार पर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. दरअसल, ये मामला एक सहकारी बैंक से जुड़े करोड़ों रुपये के बैंक घोटाले का है. सूत्र के मुताबिक, पिछले कुछ समय पहले बिहार स्थित “वैशाली शहरी कॉरपोरेशन बैंक” से करोड़ों रुपयों का फर्जीवाड़े का ये मामला है. इस घोटाले में बैंक के चेयरमैन, CMD सहित CEO और कई अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध है. लिहाजा इसी बात के मद्देनजर इस मामले की तफ्तीश के दौरान मिले सबूतों और दर्ज बयानों के आधार पर फिलहाल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

गिरफ्तार आरोपियों में एक आरोपी को दिल्ली से दूसरे आरोपी को कोलकाता से और बाकी दो प्रमुख आरोपियों को बिहार से ही गिरफ्तार किया गया है. जांच एजेंसी ईडी की पटना जोनल ऑफिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों का नाम इस प्रकार हैं-
1. विपिन तिवारी — CEO, वैशाली शहरी कॉरपोरेशन बैंक
2. राम बाबू शांडिल्य — आरोपी विपिन तिवारी  (CEO, वैशाली शहरी कॉरपोरेशन बैंक) के ससुर और पूर्वांचल सहकारिता बैंक के फाऊंडर सदस्य भी हैं.
3. संदीप सिंह — कोलकाता से हुई है गिरफ्तारी, मनी लॉन्ड्रिंग करने में प्राइवेट पर्सन 
4. नितिन मेहरा — दिल्ली से हुई है गिरफ्तारी और मनी लॉन्ड्रिंग में सहयोगी प्राइवेट पर्सन 

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को सर्च ऑपरेशन और शनिवार रात तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. जांच एजेंसी ने शुक्रवार 9 जनवरी की सुबह करीब 6 बजे 19 लोकेशन पर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए बिहार (Delhi) , उत्तरप्रदेश (Uttarpradesh), पश्चिम बंगाल ( West Bengal) और राजधानी दिल्ली (New Delhi) में सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई को अंजाम दिया. सर्च ऑपरेशन के दौरान कई महत्वपूर्ण सबूतों और दस्तावेजों को जब्त किया गया. जांच एजेंसी द्वारा इस मामले में तत्काल कार्रवाई हुए दो दिनों के अंदर ही चार आरोपियों को गिरफ्तार करके अब तफ्तीश का दायरा आगे बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. हालांकि, जांच एजेंसी के सूत्र बताते हैं सर्च के दौरान काफी महत्वपूर्ण सबूतों को इकठ्ठा किया गया है जल्द ही कई बड़े आरोपियों से पूछताछ करने लिए समन भेजा जाएगा.

बिहार में RJD पार्टी के काफी चर्चित नेता और मंत्री रह चुके हैं आलोक मेहता 
इस मामले की तफ्तीश करने वाले अधिकारियों के रडार पर पूर्व मंत्री आलोक मेहता भी हैं. आलोक मेहता राष्ट्रीय जनता दल पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं जो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के बेहद करीबी माने जाते हैं. ये बिहार बिहार के पूर्व मंत्रिमंडल में बेहद पढ़े लिखे मंत्री के तौर पर जाने जाते हैं, इसी वजह से पिछले कुछ समय पहले तक इनको शिक्षा मंत्री का मंत्रालय भी दिया गया था. आलोक मेहता को लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी मित्र के तौर पर जाना जाता है.

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article