सना. ईरान ने मंगलवार को तेल अवीव पर करीब 150 बैलिस्टिक मिसाइल दागे, जिसमें से कईयों को इजरायल ने आसमान में ही मार गिराया. हमले से नुकसान का पता अभी तक नहीं चल सका है, लेकिन 1 अक्टूबर की रात में हुए इस हमले ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया. अमेरिका और इजरायल ने जहां ईरान को चेतावनी दी है, वहीं हूती विद्रोहियों ने ईरान के मिसाइल हमले की तारीफ की है.
यमन में सर्वोच्च राजनीतिक परिषद के अध्यक्ष फील्ड मार्शल महदी अल-मशत ने दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ इजरायल पर ईरान के उस हमले की तारीफ की जिसमें यह दावा किया गया है कि ज़ायोनी आर्मी और डिफेंस से जुड़े अहम हिस्सों को नष्ट कर दिया गया. यमनी समाचार एजेंसी (सबा) को दिए गए एक बयान में, राष्ट्रपति ने इस ऑपरेशन को आत्मरक्षा के लिए सही करार दिया. उन्होंने कहा, “हम इजरायली दुश्मन के जवाब में ईरान के साथ खड़े हैं और हम कन्फर्म करते हैं कि उसे खुद का बचाव करने का पूरा अधिकार है.”
THIS ISN’T NORMAL.
Every azygous 1 of these rockets is meant to kill. pic.twitter.com/VjyQFJ53Tk
— Israel ישראל (@Israel) October 1, 2024
राष्ट्रपति अल-मशत ने अमेरिका को आग में न खेलने की चेतावनी देते हुए कहा “इजरायली दुश्मन के अपराधों का जवाब जरूर दिया जाना चाहिए.” उन्होंने किसी भी मूर्खतापूर्ण निर्णय की स्थिति में अमेरिकियों को रोकने के लिए यमनी सशस्त्र बलों की तुरंत तैयारी को दोहराया और कहा “हम अमेरिकियों और इजरायलियों को हमारे देश के किसी भी बेटे को निशाना बनाने के लिए नहीं छोड़ेंगे.”
राष्ट्रपति अल-मशात ने जोर देकर कहा कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय संगठन को अब बोलने का अधिकार नहीं है क्योंकि जब इजरायली दुश्मन अपने हमलों से तबाही फैला रहे थे, उस वक्त वह चुप था. इसके साथ ही उन्होंने इजरायलियों को कैंसर बताया और कहा कि इससे लड़ने के लिए अब तक जितने भी मुजाहिदीन आए हैं, उन सबको हम सलाम करते हैं. उन्होंने कहा, “आपके पास कार्रवाई करने का मौका है क्योंकि दुश्मन घातक आतंकी हमलों से जूझ रहा है.”
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FIRST PUBLISHED :
October 2, 2024, 05:01 IST