वाशिंगटनः लेबनान में इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच युद्ध घातक होते ही अमेरिका ने बड़ा कदम उठाने का ऐलान किया है। पेंटागन का कहना है कि लेबनान में इज़रायल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव के बीच अमेरिका मध्य पूर्व में अतिरिक्त सैनिक भेजेगा। उसे उम्मीद है कि ऐसा नहीं करने पर मध्य-पूर्व अब इससे भी ज्यादा अशांति के समुद्र में डूब सकता है। ऐसे में हालात को काबू करने के लिए अमेरिका ने यह कदम उठाया है।
बता दें कि इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच "प्रलयकारी युद्ध" के आगाज ने मिडिल-ईस्ट में भारी भय का वातावरण पैदा कर दिया है। इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह पर भीषण हमला किया है। पहले लेबनान में पेजर ब्लास्ट और वॉकी-टॉकी धमाके के अगले ही दिन इजरायली स्ट्राइक से बौखलाए हिजबुल्लाह ने येरूशलम पर रविवार और सोमवार को इतना घातक प्रहार किया कि शायद इजरायली सेना ने भी नहीं सोचा रहा होगा। हिजबुल्लाह के भीषण पलटवार से उत्तरी और दक्षिणी इजरायल थर्रा उठा। धमाकों के बाद लगी आग ने बड़ी-बड़ी इमारतों को कागज के पत्तों की तरह जला डाला।
इजरायली हमले में लेबनान में 100 से ज्यादा मौतें
हिजबुल्लाह के पलटवार से बौखलाई इजरायली सेना अब हिजबुल्लाह पर सबसे बड़ा हमला किया है। इससे मिडिल-ईस्ट के देशों में हड़कंप मच गया है। इजरायली से सेना के इस बड़े हवाई हमले में कम से कम 100 लोग मारे गए हैं। जबकि 400 से अधिक घायल हुए हैं। साथ ही हिजबुल्लाह के 300 से ज्यादा ठिकाने ध्वस्त हो गए हैं। इजरायल ने लेबनान के कई अन्य इलाकों में रह रहे लोगों के लिए चेतावनी संदेश भेजा है कि जो लोग उधर रह रहे हैं, वह कुछ समय के लिए सुरक्षित ठिकानों की ओर चले जाएं, अन्यथा वह भी चपेट में मारे जाएंगे।