Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:January 27, 2025, 22:40 IST
Jageshwar Dham: मकर संक्रांति के दिन भगवान शिव को घृत कमल यानी घी की गुफा में रखा जाता है. एक महीने तक भोलेनाथ इस तरह तप करते हैं. 12 फरवरी को घी से बनाई गई इस गुफा का प्रसाद सभी भक्तों को दिया जाएगा.
घी प्रसाद 12 फरवरी को वितरित किया जाएगा.
अल्मोड़ा. उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं. मकर संक्रांति के दिन भगवान शंकर को घृत कमल यानी घी की गुफा से एक महीने के लिए ढक दिया जाता है. माना जाता है कि भगवान शंकर एक महीने तक इस गुफा में तप करते हैं. 12 फरवरी को इसे खोला जाता है और इस दिन प्रसाद के तौर पर श्रद्धालुओं को इस घी को दिया जाता है. मान्यता है कि इस प्रसाद से कई रोग दूर होते हैं. प्रसाद रूपी घी को अगर श्रद्धालु अपनी नाक और सिर पर लगाते हैं, तो उनकी कई बीमारियां दूर हो जाती हैं. इससे सिरदर्द और सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से भी मुक्ति मिलती है.
जागेश्वर धाम के पुजारी तारा चंद्र भट्ट ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि जागेश्वर धाम को आठवां ज्योतिर्लिंग माना जाता है. यहां पर 125 छोटे-बड़े मंदिरों का समूह देखने को मिलता है. कई देवी-देवता यहां विराजमान हैं. मकर संक्रांति के दिन भगवान शंकर को घृत कमल यानी कि घी की गुफा में रखा जाता है और एक महीने तक भगवान शंकर इस तरह तप करते हैं क्योंकि माघ महीना एक पवित्र महीना माना गया है और यह भगवान शंकर का प्रिय महीना माना जाता है. आगामी 12 फरवरी को घी से बनाई गई गुफा का प्रसाद सभी श्रद्धालुओं को दिया जाएगा.
घी के प्रसाद से रोगों से मिलती है मुक्ति!
पुजारी तारा चंद्र भट्ट ने आगे कहा कि जागेश्वर धाम में दिए जाने वाले इस प्रसाद से कई रोग दूर होते हैं, जैसे- लगातार सिर में दर्द रहता है, माइग्रेन जैसी दिक्कत है, नाक से खून आना आदि. घी को सिर और नाक पर लगाया जाता है और इससे इन रोगों से मुक्ति मिलती है. काफी संख्या में श्रद्धालु जागेश्वर धाम आकर यहां से घी प्रसाद लेकर जाते हैं. भक्तों को इससे राहत मिली है और इसके गवाह असंख्य श्रद्धालु हैं, जो बाबा में असीम आस्था रखते हैं.
Location :
Almora,Uttarakhand
First Published :
January 27, 2025, 22:40 IST
इस दिन जरूर पहुंचें जागेश्वर धाम; मिलेगा विशेष प्रसाद, रोग होंगे छूमंतर!
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.