एक छोटे से गांव के किसान के पास पहुंची PMO की चिट्ठी, खोली तो रह गए सब दंग

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Last Updated:January 22, 2025, 13:06 IST

Madhya Pradesh Buranpur News: बुरहानपुर के दापोरा गांव के एक किसान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खत मिला. किसान को खत मिलने पर लोग चर्चा कर रहे हैं कि आखिर PMO ने किसान को पत्र क्यों लिखा है. आइए जानते हैं पू...और पढ़ें

एक छोटे से गांव के किसान के पास पहुंची PMO की चिट्ठी, खोली तो रह गए सब दंग

किसान विट्ठल पाटिल को पीएम मोदी का खत मिला

हाइलाइट्स

  • प्रधानमंत्री मोदी ने किसान विट्ठल पाटिल को गणतंत्र दिवस पर आमंत्रित किया।
  • विट्ठल पाटिल 175 एकड़ भूमि पर आधुनिक खेती करते हैं।
  • विट्ठल पाटिल ने केला फसल बीमा योजना की मांग की।

मध्य प्रदेश (गणेश कुमार बाविस्कर): बुरहानपुर के दापोरा गांव के एक किसान के पास अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय पीएमओ से एक चिट्ठी पहुंची. प्रधानमंत्री कार्यालय से आई इस चिट्ठी की खबर को जान सब गांववाले हैरान रह गए. चर्चा हो गई कि आखिर एक छोटे से गांव के किसान को पीएम ने क्यों ही चिट्ठी लिखी है. जब किसान ने चिट्ठी खोली तो वह हक्के बक्के रह गए और उनकी खुशी का ठिकाना ना रहा. आइए जानते हैं कि पीएमओ से आए इस पत्र में ऐसा क्या लिखा था.

आम चिट्ठी नहीं, बल्कि…
दरअसल, किसान को मिली चिट्ठी कोई आम नहीं थी, बल्कि एक निमंत्रण पत्र था. उन्हें खुद पीएम नरेंद्र मोदी के ऑफ‍िस की तरफ से इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था. गौरतलब है हर साल 26 जनवरी को विशेष कार्यक्रम होता है, जिसमें देश दुनिया के मेहमान विशेष रूप से शामिल होते हैं.

किसे मिला पीएम का खत?
दरअसल, दापोरा गांव के रहने वाले किसान विट्ठल नारायण पाटिल को प्रधानमंत्री से मिलने का आमंत्रण मिला है. यह खबर न केवल जिले के लिए गर्व की बात है, बल्कि पाटिल की मेहनत और खेती के प्रति उनके समर्पण का प्रमाण भी है. विठ्ठल गुरुजी के नाम से मशहूर 58 वर्षीय किसान ने अपने करियर की शुरुआत एक शिक्षक के रूप में की थी. हालांकि, अपने गांव और खेती के प्रति गहरी निष्ठा ने उन्हें सरकारी नौकरी छोड़कर किसान बनने के लिए प्रेरित किया और उन्होंने खेती को अपना जीवन समर्पित कर दिया.

आज 175 एकड़ भूमि पर खेती
1977 से 1986 तक शिक्षक के रूप में सेवा देने के बाद उन्होंने अपने दिल की सुनी और खेती की ओर रुख किया. उनके पास पटवारी और रेलवे में नौकरी के अवसर भी आए, लेकिन उन्होंने इन नौकरियों को करने से साफ इनकार कर दिया. शुरुआत में उन्होंने 20 एकड़ जमीन पर खेती शुरू की. आज वे शाहपुर में अपने संयुक्त परिवार के साथ आधुनिक तकनीकी से 175 एकड़ से अधिक भूमि पर खेती कर रहे हैं.

यह लोग कर चुके हैं सम्मानित
केला, तुअर, गेहूं, चना, गन्ना, तरबूज आदि फसलों का उत्पादन करते है और साल भर में लाखों रुपये की आमदनी कमा रहे है. 2013 में पीएम नरेंद्र मोदी, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है. विट्ठल गुरुजी की पहचान एक आदर्श किसान के रूप में है. जिला प्रशासन की ओर से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है.

क्या बोले पाटिल?
विट्ठल पाटिल ने बताया कि अगर उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने का अवसर मिलता है, तो वे किसानों के लिए केला फसल बीमा योजना लागू करने की मांग करेंगे. प्राकृतिक आपदाओं जैसे भारी बारिश और तूफान के कारण किसान अक्सर भारी नुकसान झेलते हैं. फसल बीमा योजना से किसानों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी और खेती का जोखिम कम होगा.

First Published :

January 22, 2025, 13:06 IST

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