Last Updated:January 22, 2025, 15:10 IST
Eknath Shinde vs Chandrashekhar Bawankule: महाराष्ट्र में पालक मंत्रियों की नियुक्ति पर महायुति में विवाद बढ़ गया है। अदिति तटकरे की नियुक्ति से शिवसेना नेता भरत शेठ गोगवले नाराज हैं। मुख्यमंत्री फडणवीस ने नियु...और पढ़ें
महाराष्ट्र में विभिन्न जिलों के लिए पालक मंत्रियों की नियुक्ति का मामला उलझ गया है. इस पर महायुति के भीतर ही विवाद पैदा हो गया है. इस विवाद की वजह से विपक्ष हमलावर है. इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के एक बड़े मंत्री ने डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को नसीहत दे डाली है. उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के नेतृत्व को सरकार विरोधी गतिविधों को रोकना चाहिए. दरअसल, रायगढ़ जिले की संरक्षकता को लेकर महायुति में घमासान मचा हुआ है. अदिति तटकरे की नियुक्ति से शिवसेना नेता भरत शेठ गोगवले को झटका लगा. भरत शेठ ने मन बना लिया था कि राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद वह संरक्षक मंत्री बनेंगे. संरक्षक मंत्री न बनने पर उनके समर्थकों ने सीधे मुंबई-गोवा हाईवे जाम कर दिया. गोगावले समर्थकों के इस आंदोलन से ‘अनुशासित’ महायुति को झटका लगा है.
अब अदिति तटकरे संरक्षक मंत्री नहीं हैं. मुख्यमंत्री ने नियुक्ति रद्द कर दी थी. शिवसेना विधायकों की संख्या को देखते हुए जिले के विधायक चाहते थे कि जिले की संरक्षकता शिव सेना को मिले. और तो और भरत गोगवले सार्वजनिक रूप से कह रहे थे कि संरक्षक मंत्री का पद उन्हें मिलेगा. लेकिन फडणवीस ने जिले की संरक्षकता अदिति तटकरे को दे दी थी. स्वाभाविक रूप से शिवसेना नेतृत्व एकनाथ शिंदे नाराज थे. कहा जा रहा है कि उन्होंने इस मुद्दे को दिल्ली में बीजेपी पार्टी नेतृत्व के कानों तक पहुंचाया. इसके बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने रायगढ़ और नासिक के पालक मंत्रियों की नियुक्ति को तत्काल निलंबित कर दिया. लेकिन, इस बीच गोगावले समर्थकों ने आंदोलन शुरू कर दिया.
नेतृत्व को उन्हें रोकना चाहिए था…!
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले से पालक मंत्री पद से चल रहे महागठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया. उस समय उन्होंने भरत गोगवले के संदर्भ में कहा कि पालक मंत्री पद के लिए इस तरह का आंदोलन उचित नहीं है. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को संबोधित करते हुए बावनकुले ने यह भी कहा कि किसी भी पार्टी नेतृत्व को ऐसे आंदोलनों को रोकना चाहिए.
बीजेपी कार्यकर्ता भी करने वाले थे प्रदर्शन लेकिन…
साथ ही बावनकुले यह बताना नहीं भूले कि पालक मंत्री के रूप में गिरीश महाजन की नियुक्ति स्थगित कर दी गई. हमारे कार्यकर्ता भी आंदोलन की स्थिति में थे, लेकिन मैंने उनसे चर्चा की और उन्हें समझाया. नासिक में बीजेपी कार्यकर्ता बहुत बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे थे. बावनकुले ने कहा कि लेकिन गिरीश महाजन और मैंने कार्यकर्ताओं से बात की और उन्हें विरोध करने से रोका.
बावनकुले के बयान पर बोले एकनाथ शिंदे…
सरकार बनाने की प्रक्रिया में और सरकार बनने के बाद भी हमने चर्चा के माध्यम से अपना रास्ता बनाया है. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम साथ बैठेंगे और संरक्षकता के मुद्दे को सुलझाएंगे.
First Published :
January 22, 2025, 15:10 IST
फडणवीस के मंत्री की शिंदे को नसीहत, बोले- शिवसेना को ऐसा नहीं करना चाहिए