Last Updated:January 22, 2025, 15:11 IST
मैक्रोटेक डेवलपर्स के एमडी अभिषेक लोढ़ा और उनके भाई अभिनंदन लोढ़ा के बीच ट्रेडमार्क विवाद बॉम्बे हाई कोर्ट पहुंचा. मैक्रोटेक ने HoABL पर 5,000 करोड़ रुपये का जुर्माना मांगा. सुनवाई 27 जनवरी को होगी. विवाद की जड...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- अभिषेक और अभिनंदन लोढ़ा के बीच ट्रेडमार्क विवाद कोर्ट पहुंचा.
- मैक्रोटेक ने HoABL पर 5,000 करोड़ रुपये का जुर्माना मांगा.
- सुनवाई 27 जनवरी को बॉम्बे हाई कोर्ट में होगी.
नई दिल्ली. मैक्रोटेक डेवलपर्स के एमडी और सीईओ अभिषेक लोढ़ा और उनके छोटे भाई अभिनंदन लोढ़ा के बीच ट्रेडमार्क को लेकर विवाद गहरा गया है. अभिषेक लोढ़ा की अगुवाई वाली मैक्रोटेक डेवलपर्स ने बॉम्बे हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा (HoABL) को “लोढ़ा” नाम के इस्तेमाल से रोकने की मांग की है. कंपनी ने दावा किया है कि “लोढ़ा” नाम उनके ट्रेडमार्क के तहत आता है और इसका इस्तेमाल केवल मैक्रोटेक डेवलपर्स ही कर सकती है.
ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस मुकदमे में HoABL पर 5,000 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने की मांग की गई है. मंगलवार को इस मामले की सुनवाई जस्टिस मनीष पिटाले की सिंगल बैंच में होनी थी, लेकिन इसे अधिक वित्तीय अधिकार क्षेत्र के कारण बड़ी बेंच को सौंप दिया गया. अब सुनवाई 27 जनवरी को दोपहर 2:30 बजे होगी.
परिवारिक समझौता और व्यापारिक मतभेद
इस विवाद की जड़ 2015 में भाइयों के बीच हुए पारिवारिक विभाजन को बताया जा रहा है. मैक्रोटेक का दावा है कि बंटवारे के दौरान अभिनंदन लोढ़ा को 1,000 करोड़ रुपये दिए गए थे ताकि वे अपना खुद का रियल एस्टेट कारोबार शुरू कर सकें. वहीं, HoABL ने इसे गलत बताते हुए कहा कि उन्हें केवल 429 करोड़ रुपये नकद और कुछ फ्लैट मिले थे, जिसकी कुल कीमत लगभग 500 करोड़ रुपये थी. 2017 में हुए पारिवारिक समझौते के तहत अभिनंदन को “लोढ़ा वेंचर्स” और “लोढ़ा फिनसर्व” जैसे ब्रांड्स का इस्तेमाल करने की अनुमति दी गई थी. लेकिन शर्त यह थी कि वे “लोढ़ा” नाम को रियल एस्टेट के क्षेत्र में अकेले इस्तेमाल नहीं करेंगे.
2023 में नया विवाद
दिसंबर 2023 में एक नए समझौते के तहत अभिनंदन को “लोढ़ा” नाम इस्तेमाल करने की अनुमति कुछ शर्तों के साथ दी गई थी. मैक्रोटेक का आरोप है कि अभिनंदन ने इन शर्तों का पालन नहीं किया, जिसके कारण यह अनुमति रद्द कर दी गई. कंपनी का कहना है कि HoABL का “लोढ़ा” नाम का उपयोग बाजार में भ्रम पैदा कर सकता है और इससे यह धारणा बन सकती है कि दोनों कंपनियां आपस में जुड़ी हुई हैं.
HoABL का जवाब
दूसरी ओर, HoABL ने मैक्रोटेक के दावों को खारिज करते हुए इसे “भ्रामक” बताया. कंपनी ने कहा कि 2017 के समझौते के अनुसार उन्हें “हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा” नाम का उपयोग करने का अधिकार दिया गया था और वे इसे सही मंच पर साबित करेंगे.
पुरानी वित्तीय लेन-देन भी चर्चा में
इस विवाद ने भाइयों के बीच पुराने वित्तीय लेन-देन को भी उजागर कर दिया है. अभिनंदन का कहना है कि 2017 से 2020 के बीच उनकी कंपनियों ने मैक्रोटेक को 900 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था. इसके अलावा, उन्होंने कंपनी के लिए 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की व्यक्तिगत गारंटी भी दी थी. इस विवाद का असर मैक्रोटेक डेवलपर्स के शेयरों पर भी पड़ा.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
January 22, 2025, 15:11 IST