एक दो नहीं बल्कि 22 साल से श्मशान घाट में मॉर्निंग वॉक, अजब-गजब है ये किस्सा

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Agency:News18 Madhya Pradesh

Last Updated:February 03, 2025, 17:31 IST

Morning Walk astatine Cremation Ground: जब श्मशान घाट की बात होती है, तो लोग के मन में एक नकारात्मक भाव उत्पन्न हो जाता है. आमतौर पर लोग वहां जाना पसंद नहीं करते हैं. लेकिन बालाघाट में एक ऐसा श्मशान घाट जहां पर लोग स...और पढ़ें

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बालाघाट

बालाघाट श्मशान घाट 

हाइलाइट्स

  • बालाघाट का श्मशान घाट मॉर्निंग वॉक के लिए प्रसिद्ध है.
  • 22 वर्षों की मेहनत से घाट को हरा-भरा और स्वच्छ बनाया गया.
  • समूह ने अपने पैसों से घाट पर सुविधाएं तैयार कीं.

Balaghat Cremation Ground: जब भी श्मशान घाट का जिक्र होता है, तो अक्सर नकारात्मक भावनाएं और डर लोगों के मन में आ जाते हैं. आमतौर पर, लोग वहां जाना पसंद नहीं करते, लेकिन मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में वैनगंगा नदी के जागपुर घाट पर स्थित एक श्मशान घाट इसका अपवाद है. यह श्मशान घाट मॉर्निंग वॉक और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए लोगों की पहली पसंद बन चुका है.

यह परिवर्तन किसी सरकारी योजना का हिस्सा नहीं, बल्कि एक समर्पित समूह की 22 वर्षों की मेहनत का परिणाम है. इस समूह ने न केवल घाट की साफ-सफाई की बल्कि हरा-भरा वातावरण तैयार कर इसे एक सुंदर स्थल में बदल दिया.

22 वर्षों से लगातार सेवा में जुटा समूह
समूह के प्रमुख सदस्य अरुण गाड़े बताते हैं कि वह और उनके साथी पिछले 22 वर्षों से रोजाना इस घाट पर श्रमदान कर रहे हैं. पहले यह श्मशान घाट बेहद खराब स्थिति में था, लेकिन धीरे-धीरे इसे हरा-भरा और स्वच्छ स्थल बना दिया गया. घाट पर पौधारोपण किया गया, जिससे अब यह हरियाली से भर चुका है.
बोरवेल न होने के बावजूद समूह ने नदी से पानी भरकर पौधों को सींचा और उनकी देखभाल की.
अब ये सभी पौधे वृक्ष बन चुके हैं और घाट का वातावरण हरा-भरा हो गया है.
अपने पैसों से करवाए निर्माण कार्य
समूह के सदस्यों ने नगर पालिका और अन्य जनप्रतिनिधियों से घाट के सुधार कार्यों के लिए कई बार अनुरोध किया, लेकिन कोई ठोस मदद नहीं मिली. आखिरकार, समूह ने स्वयं अपने पैसों से निर्माण कार्य शुरू किया. घाट पर सफाई व्यवस्था, बैठने की जगह और अन्य आवश्यक सुविधाएं तैयार की गईं.
अब यह स्थान न केवल अंतिम संस्कार के लिए उपयोगी है, बल्कि सुबह-शाम टहलने और ध्यान लगाने के लिए भी उपयुक्त हो गया है.

समूह की प्रमुख मांगें
हालांकि, घाट की स्थिति में काफी सुधार हुआ है, फिर भी कई सुविधाओं की कमी बनी हुई है.

समूह की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:

स्थायी श्रमिकों की नियुक्ति ताकि घाट की सफाई और देखरेख नियमित रूप से हो सके.
शव दहन स्थल पर प्लेटफार्म का निर्माण, जिससे अंतिम संस्कार की प्रक्रिया सुचारू हो सके.
घाट में सीढ़ियों का निर्माण, जिससे श्रद्धालुओं और आगंतुकों को सुविधा हो. हनुमान मंदिर के पीछे क्षतिग्रस्त चबूतरे का पुनर्निर्माण. पुराने भवन का नवीनीकरण, जिससे इसे विभिन्न धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए उपयोग में लाया जा सके.
नगर पालिका से सहयोग की उम्मीद
समूह का कहना है कि वे समाज के हित में यह काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सरकार और प्रशासन से कोई विशेष सहायता नहीं मिल रही है. वे उम्मीद करते हैं कि नगर पालिका उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करेगी ताकि यह घाट और अधिक सुव्यवस्थित बन सके.

Location :

Balaghat,Madhya Pradesh

First Published :

February 03, 2025, 17:31 IST

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एक दो नहीं बल्कि 22 साल से श्मशान घाट में मॉर्निंग वॉक, अजब-गजब है ये किस्सा

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