करीब 20 स्कूलों के शिक्षक शिक्षिकाएं परेशान
धौलपुर. किसी का दर्द वही समझ सकता है, जो या तो उस दर्द से गुजरा हो या फिर सामना किया हो. फिर वो दर्द भले ही परिस्थितियों का ही क्यों न हो. विगत दिनों जिले भर में हुई भारी बारिश से धौलपुर शहर वासियों को ही बदतर हालातों का सामना नहीं करना पड़ा, बल्कि यहां से ज्यादा बदतर हालात तो ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिल रही है. यहां एक पुलिया टूट गई, पुलिया टूटने से 60 गांव के लोगों को आने जाने में परेशानी हो रही है. लोग यहां से निकलने से पहले अपने जूते-चप्पल उतारते हैं. उसके बाद पानी के बहाव के बीच से निकलते हैं. इस पुलिया के टूटने से 20 स्कूल के शिक्षक-शिक्षिका भी परेशान हैं.
धौलपुर जिले के बाड़ी डांग बसई थाना क्षेत्र के गांव पटेवरी के पास आठमील से डांग बसई के बीच पुलिया टूट गई. बारिश के दौरान पुलिया टूटने से करीब 60 गांवों, अस्पताल, अन्य विभाग और करीब 20 स्कूलों का रास्ता अवरुद्ध पड़ा है. अगर किसी बीमार को चार पहिया वाहन में ले जाने की जरूरत पड़े तो नामुमकिन है. फिर चाहे तड़पते हुए उसकी जान वहीं क्यूं न निकल जाए. इतने गांवों, स्कूल, अस्पताल और जिला मुख्यालय से जुड़ने के लिए वही एक मात्र पुलिया है, जो टूटी हुई पड़ी है. लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उनके दर्द को सुनने वाला कोई नहीं है.
प्रशासन से लोग गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक उस पुलिया को ठीक तक नहीं किया गया है. वीडियो के माध्यम से आप देख सकते हैं कि लोग किस तरह से टूटी हुई पुलिया को पार कर आवागमन करने पर मजबूर हैं. वो भी तब जब बारिश बंद है और पानी की आवक कम है, अन्यथा वहां से भी निकलना बहुत दूभर है. वहां के कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि अकेले तो कभी कभार टूटी पुलिया को पार कर लेते हैं, लेकिन मोटरसाइकिल को निकालने के लिए 3 से 4 लोगों की जरूरत पड़ती है.
लोगों का कहना है कि इन इलाकों की ना कोई जनप्रतिनिधि सुनने वाला है और ना ही प्रशासन. यहां तक कि वहां के स्कूलों में जाने वाले शिक्षकों ने बताया कि पुलिया के पास किसी के आने का इंतजार करना पड़ता है, तब एक दूसरे की मदद से पार कर पाते हैं. लोगों ने प्रसाशन से टूटी पुलिया की मरम्मत करवाने की मांग की है.
FIRST PUBLISHED :
September 23, 2024, 14:46 IST