हाइलाइट्स
कांग्रेस को लग रहा था कि वो हरियाणा चुनाव आसानी से जीत लेंगे.बीजेपी ने कांग्रेस के जबड़े से इस जीत को छीन लिया.कांग्रेस को अब हरियाणा में वापसी के लिए 15 साल इंतजार करना होगा.
नई दिल्ली. इंटरनेट और सोशल मीडिया के इस दौर ने जहां एक तरफ लोगों को एक दूसरे के काफी करीब ला दिया है, वहीं इसका असर अब राजनीतिक पार्टियां भी अपने फायदे के लिए खूब उठाने लगी है. लोकसभा और अब हरियाणा चुनाव में वायरल हुए दो वीडियो ने पहले बीजेपी और अब कांग्रेस पार्टी को जमकर नुकसान पहुंचाया. लोकसभा चुनाव में राजनीतिक पंडित यह दावा कर रहे थे कि बीजेपी बेहद आसानी से यह इलेक्शन जीत जाएगी. इसी तर्ज पर हरियाणा में कांग्रेस की जीत के बड़े-बड़े दावे राजनीतिक पंडितों की तरफ से किए गए. पहले आयोध्या का एक वीडियो और हरियाण के वोट के बदले नौकरी वाले वीडियो ने दोनों पार्टियों को खूब नुकसान पहुंचाया.
ऐसा दावा हम नहीं कर रहे हैं, बल्कि खुद राजनीतिक पंडितों की तरफ से हरियाणा चुनाव के कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद कही जा रही है. दरअसल, लोकसभा चुनाव के वक्त आयोध्या से एक एक वीडियो सामने आया था. इस वीडियो में बीजेपी के कुछ समर्थकों द्वारा दावा किया गया कि बीजेपी को 370 सीटें जितवाई जाएं. अगर ऐसा हुआ तो केंद्र सरकार आरक्षण खत्म कर देगी. आर्थिक आधार पर लोगों को आरक्षण दिया जाएगा. इस वायरल वीडियो को कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों की तरफ से खूब वायरल किया गया.
BJP के खिलाफ सेट किया था नेरेटिव
समाजवादी पार्टी से लेकर आम आदमी पार्टी तक सभी मिलकर लोगों के बीच यह नैरेटिव सेट करने में सफल रहे कि बीजेपी अगर फिर सत्ता में आई तो वो संविधान बदल देगी. बीजेपी को आरक्षण विरोधी बताते हुए पूरा लोकसभा चुनाव लड़ा गया. बीजेपी को इन चुनावों में इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा. साल 2019 में 62 सीटें जीतने वाली बीजेपी इन चुनावों में महज 33 सीट ही जीत पाई. इसी तर्ज पर समाजवादी पार्टी 37 सीटों के साथ यूपी में सबसे बड़े दल के रूप में उभरा.
हरियाणा में ऐसा क्या हुआ?
हरियाणा चुनाव में इसी तर्ज पर बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी के एक उम्मीदवार के वीडियो को जमकर ट्रोल किया. फरीदाबाद से कांग्रेस के उम्मीदवार नीरज शर्मा के चुनाव प्रचार का एक वीडियो बीते दिनों सामने आया. इस वीडियो में वो लोगों के बीच कह रहे थे कि मेरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी से बात हो गई है. राज्य में दो लाख नौकरियां दी जाएंगी. हमारे रीजन के पास दो लाख जॉब का कोटा है. जो गांव ज्यादा वोट करेगा उसे ज्यादा नौकरियां मिलेंगी. हर 50 वोट पर एक नौकरी मिलेगी. यह मेरा निर्णय नहीं है. यह लीडरशिप का निर्णय है.
सैनी ने मौके को जमकर भुनाया
तब सीएम नायब सिंह सैनी से लेकर हरियाणा बीजेपी के चीफ ने इसे मुद्दा बनाया था. सभी लोगों के व्हाट्सएप पर जमकर इस वीडियो को फैलाया गया. दावा किया गया कि कांग्रेस अगर फिर सत्ता में आई तो योग्यता के आधार पर नहीं बल्कि वोट डालने के आधार नौकरियां बांटी जाएंगी. कांग्रेस को हरियाणा चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना भी पड़ा.
Tags: Bhupendra Singh Hooda, Haryana predetermination 2024, Nayab Singh Saini, Rahul gandhi
FIRST PUBLISHED :
October 9, 2024, 10:49 IST