ऐसे राष्ट्रपति, जिन्होंने सपने में देखी थी अपनी हत्या, भरे थिएटेर में हुई थी ज

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Last Updated:January 22, 2025, 16:56 IST

इतिहासकार टेरी अल्फ़ोर्ड ने अपनी किताब फॉर्च्यून फ़ूल: द लाइफ़ ऑफ़ जॉन विल्क्स बूथ  के जीवनी पर गहराई से प्रकाश डाला है. लिंकन के हत्यारे बूथ का जन्म अभिनेताओं के परिवार में हुआ था. वे अच्छें पालन पोषण में बड़े...और पढ़ें

ऐसे राष्ट्रपति, जिन्होंने सपने में देखी थी अपनी हत्या, भरे थिएटेर में हुई थी ज

Story of Lincoln: एक ऐसे राष्ट्रपति जिन्होंने सपने में देख ली थी अपने साथ होने वाली वास्तविक घटना, जी हम बात अब्राहम लिंकन की जो अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति थे और रिपब्लिकन पार्टी से थे. इन्होंने ही अमेरिका को उसके अपने ही सबसे बड़े संकट गृहयुद्ध से निकाला था. अमेरिका में दास प्रथा के अंत का श्रेय लिंकन को ही जाता है. लिंकन का जन्म 12 फरवरी, 1809 को केंटुकी के एक गरीब परिवार में हुआ था. उनके पिता थॉमस लिंकन एक किसान और बांस की खपच्ची बनाने वाले थे. लिंकन अपनी पढ़ाई पूरी करके अपने दम पर ही वकील बने थे. अब्राहम लिंकन उन गिने हुए अमेरिकी राष्ट्रपतियों में से थे जिनकी ख्याति अमेरिका की सीमा को ललकार सारे विश्व में फैली हुई हैं. उन्हें राष्ट्रपति से अधिक एक युग निर्माता के रूप और इस पसंद किया जाता है. उनकी शानदार उपलब्धियां को हमेशा याद किया जाता रहेगा. उन्हीं के सतत प्रयासों का परिणाम था कि अमेरिका में एक लंबे अरसे से चला आ रहा गृह युद्ध समाप्त हो पाया था. उन्होंने अमेरिका के नीग्रो लोगों को गोरे लोगों की तरह समाज में बराबर के अधिकार दिलवाएं थे. जिनमे मत देने का अधिकार भी शामिल था. उनके इस ऐतिहासिक निर्णय से कई ऐसे लोग थे जो खुश थे और कई ऐसे भी लोग जो न खुश थे. वे लोग नीग्रो लोगों को हमेशा अपना दास बनाना और उनका शोषण करना चाहते थे. इन मामलो के बीच लिंकन को लगातार कई लोगों के हत्या और अपहरण की धमकियों से भरे पत्र रोज मिलते रहते थे. जिन्हें वे संभाल कर एक फाइल में रख देते थे मगर उस पर कोई कार्रवाई करने का आदेश नहीं देते थे. उनके गुप्तचर विभाग में उन्हें यह बात बताई गई थी कि आपसे असहमत लोग आपको मारने की योजना लगातार बना रहे हैं. उनके अंगरक्षक उन्हें जब सार्वजनिक स्थानों पर या लोगों से मिलते समय सावधान रहने को कहते तो वह उदासी भरी मुस्कराहट के साथ कहते जब कोई सचमुच मुझे करने का निश्चय कर ही लेगा तो मुझे कोई नहीं बचा पाएगा जो होना है वह होकर रहेगा.

लिंकन के हर फैसले से नाराज था उनका हत्यारा जॉन विल्क्स बूथ
राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के फैसलों से जहां एक तरफ कई लोग खुश थे तो कई लोग नाराज भी चल रहे थे. लिंकन की हत्या जल्दी से जल्दी करने के इच्छुक लोगों में से एक था बूथ नाम का हत्यारा. जो अपने साथियों के साथ ऐसे मौके की तलाश में था जब वह लिंकन की हत्या कर सके. उसने लिंकन के निवास स्थान में ऐसे लोगों को लगा रखा था जो उनके गतिविधियों की सारी सूचना उसे देते रहते थे. उन्हीं में से किसी ने उसे सूचना दी थी कि शुक्रवार 14 अप्रैल 1865 को लिंकन अपनी पत्नी मैरी के साथ शाम को कोई फोई थिएटर में जाकर ‘ऑवर अमेरिकन कजिन’ नामक नाटक देखने का मन बनाया है. बूथ ने तय किया कि फोई थियेटर में ही वह लिंकन को मारेगा. बूथ उस थियेटर से सालों से भली भांति परिचित था. क्योंकि जॉन विल्क्स बूथ खुद एक नाटक मंच का अभिनेता था.

कौन था जॉन विल्क्स बूथ, लिंकन से क्यों था नाराज?
इतिहासकार टेरी अल्फ़ोर्ड ने अपनी किताब फॉर्च्यून फ़ूल: द लाइफ़ ऑफ़ जॉन विल्क्स बूथ  के जीवनी पर गहराई से प्रकाश डाला है. बूथ का जन्म अभिनेताओं के परिवार में हुआ था. वे अच्छें पालन पोषण में बड़े हुए थे. उनके पास आकर्षक रूप और असाधारण अभिनय क्षमता थी. उन्होंने मंच पर बुरे लोगों के रूप में डार्क रोल और रोमियो जैसे नरम रोल दोनों ही तरह के रोल किए थे. 26 वर्ष में बूथ अमेरिकी मंच पर एक प्रमुख कलाकार बन गए थे. अल्फोर्ड के अनुसार “जॉन विल्क्स बूथ उन लोगों में से एक थे जो सोचते थे कि दुनिया के इतिहास में सबसे अच्छा देश संयुक्त राज्य अमेरिका है. जैसा कि गृहयुद्ध से पहले था ” “और फिर जब लिंकन आए. तो उन्होंने इसे मौलिक रूप से बदल दिया” बूथ का ऐसा सोचना था कि नीग्रो लोगों को गोरों के समान बराबर का अधिकार देना सही नहीं है. लिंकन ने अमेरिकी परंपराओं का उपहास किया है. उसने अपने साथियों से पहले ही कह दिया था कि यह हत्या वह अपने हाथों से ही करेगा. ऐसा करके वह अमेरिकी इतिहास में अमर होना चाहता था.

हत्या के दिन लिंकन अपनी पत्नी मैरी के साथ थिएटेर देखने गए थे
गृह युद्ध खत्म होने की सफलता के बाद लिंकन के पास बधाई देने वालों का तांता लगा रहा. वे अपने परामर्शदाताओं के साथ बातचीत कर युद्ध से प्रभावित क्षेत्र में शांति स्थापित करने से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए. शाम को लिंकन अपनी पत्नी मैरी के साथ थिएटर जाना था. उनकी पत्नी ने उन्हें याद दिलाया. वह दिनभर के कार्यक्रम की वजह से थक चुके थे वे आराम करना चाहते थे. फिर भी अपनी इच्छा को दबाकर जाने के लिए तैयार हुए. वह जानते थे वहां जाने का मैरी का बहुत ही मन था और वे उन्हे नाराज नहीं करना चाहते थे. अभिनेता बूथ जो लिंकन के आने से करीब डेढ़ घंटा पहले ही थिएटर में पहुंच गया था उसे मालूम था कि राष्ट्रपति कहां बैठने वाले हैं. उसने उस जगह के दरवाजे में छेद किया ताकि वह उसमें जाकर राष्ट्रपति और उनके साथ बैठने वाले लोगों पर नजर रख सके.  लिंकन के बॉडीगार्ड में से एक पॉर्कर को लिंकन की बैठने की जगह पहरेदारी करने के जिम्मेदारी सौंपी गई थी. लेकिन वह लापरवाह था. उसका ध्यान भटक गया था. नाटक के दो दृश्यों तक लिंकन और उनकी पत्नी मैरी ने नाटक के संवादों का खूब आनंद लिया. तीसरे दृश्य के शुरु होते ही मैरी ने देखा कि लिंकन ठंड के मारे कांप रहे है जिसके बाद उन्होंने लिंकन को अपना ओवरकोट पहना दिया और उनसे सटकर बैठ गई.

गुड फ्राइडे के दिन हुई थी लिंकन की हत्या
14 अप्रैल को जब सारा अमेरिका गुड फ्राइडे का त्योहार बनाने में व्यस्त था तो बूथ लिंकन की हत्या की तैयारी कर रहा था. फोई थिएटेर में नाटक के तीसरे दृश्य के बाद लिंकन के बैठने वाली जगह में जोरदार धमाका हुआ. जैसे कोई बम फटा हो. इस आवाज को सुनकर डरी हुई मैरी ने सबसे पहले अपने पति की ओर देखा और वह लिंकन देखकर वह सन्न रह गई. वह एक टुक अपने पति को निहारती ही रही और एक जोरदार चीख उनके मुंह से निकली. बूथ ने लिंकन को सिर पर गोली मार दी थी जिससे उनकी मौत हो चुकी थी. बूथ थिएटेर से भाग निकलने में कामयाब हो चुका था. पुलिस ने उस पर करीब $50000 अमरिकी डॉलर का ईनाम भी रखा था. हांलाकि पुलिस ने लिंकन की हत्या के 11वें दिन लगातार खोज के बाद एक खेत की झाड़ियों से बूथ को निकाल कर उसे गोली मार दी।

‘एक कहानी के अनुसार लिंकन के मित्र रहे वार्ड हिल लेमन ने लिंकन के द्वारा उनसे कहे गए उनके सपने की चर्चा करते हुए बताते हैं कि लिंकन सपने में एक बार व्हाइट हाउस के एक रूम में गए और सैनिकों द्वारा एक ढकी हुई लाश को देखा और शोक मनाने वालों की भीड़ से घिरे हुए थे. जब लिंकन ने एक सैनिक से पूछा कि कौन मरा है. तो सैनिक ने जवाब दिया. “राष्ट्रपति. उन्हें एक हत्यारे ने मार डाला.” हांलाकि ध्यान देने वाली बात यह कि लिंकन ने बाद में लेमन से जोर देकर कहा कि वहां पर रखा गया शव उनका नहीं था बस वो एक सपना था’ हांलाकि इस विवरण पर संदेह बरकरार है.

(Disclaimer: इस खबर में दी गई समस्त जानकारी टेरी अल्फ़ोर्ड के किताब फॉर्च्यून फ़ूल: द लाइफ़ ऑफ़ जॉन विल्क्स बूथ और फैमिली बुक्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से प्रकाशित किताब विश्व प्रसिद्ध राजनैतिक हत्याएं के आधार पर लिखी गई है. )

Location :

Delhi,Delhi,Delhi

First Published :

January 22, 2025, 16:56 IST

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