Last Updated:January 12, 2025, 12:05 IST
Pre-Board Exam Tips: सरकारी स्कूलों में चल रही यह पहल न केवल छात्रों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी में मदद कर रही है, बल्कि उनकी कमजोरियों को भी दूर कर रही है. रेमेडियल क्लास, टेस्ट और विशेषज्ञ शिक्षकों का मार्गदर्शन छात्रों को न केवल पास...और पढ़ें
सरकारी स्कूलों में बोर्ड परीक्षा के लिए व्यापक तैयारियां शुरू हो गई हैं. प्री-बोर्ड परीक्षाओं के साथ ही विद्यार्थियों को विषयों में गहराई से समझाने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. विशेषज्ञ शिक्षकों द्वारा तैयार की गई बुकलेट और प्रश्न बैंक से विद्यार्थियों की तैयारी कराई जा रही है. इसके साथ ही हर दिन विषयवार टेस्ट आयोजित किए जा रहे हैं. ऑनलाइन कक्षाओं और रेमेडियल क्लास के माध्यम से कमजोर छात्रों को अतिरिक्त मदद दी जा रही है, ताकि सभी विद्यार्थी बोर्ड परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकें.
रेमेडियल क्लास: कमजोर छात्रों के लिए विशेष प्रयास
महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल की प्रिंसिपल, ज्योत्सना सोनी ने बताया कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी में कमजोर छात्रों की मदद के लिए रेमेडियल क्लास का आयोजन किया जा रहा है. 6 मई के रिजल्ट के आधार पर अलग-अलग विषयों में कमजोर छात्रों की सूची बनाई गई है. इन छात्रों के लिए विषयवार विशेष ग्रुप बनाए गए हैं. प्रत्येक ग्रुप में संबंधित विषय के शिक्षक मौजूद हैं, जो छात्रों को पढ़ाई के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं.
रेमेडियल क्लास का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कमजोर विद्यार्थी कम से कम पासिंग मार्क्स हासिल कर सकें. इसमें इंग्लिश, गणित और साइंस जैसे कठिन माने जाने वाले विषयों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. प्रिंसिपल ने कहा कि यदि इन तीन प्रमुख विषयों में सुधार होता है, तो छात्रों का कुल परिणाम बेहतर हो सकता है.
कठिन विषयों पर शिक्षकों की विशेष फोकस
गणित, इंग्लिश और साइंस जैसे विषयों में अधिकतर छात्रों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है. इसे ध्यान में रखते हुए शिक्षकों की विशेष टीमें बनाई गई हैं, जो इन विषयों की गहन तैयारी करवा रही हैं. उनका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छात्र इन विषयों में 40 अंक तक प्राप्त कर सकें और पास हो सकें.
इन विषयों में छात्रों की कमजोरियों को पहचानकर उनकी विशेष कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. टेस्ट, प्रैक्टिस वर्कशीट और अन्य गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन दिया जा रहा है.
परीक्षा की तैयारी के लिए मोबाइल से दूरी की सलाह
रेमेडियल क्लास और टेस्ट की प्रक्रिया तेज हो गई है. शिक्षकों और विभाग के अधिकारियों द्वारा छात्रों को परीक्षा के एक महीने पहले मोबाइल से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जा रही है. मोबाइल के अत्यधिक उपयोग से ध्यान भटकता है, जो छात्रों की तैयारी को प्रभावित कर सकता है.
ऑनलाइन और ऑफलाइन निरीक्षण से हो रही मॉनिटरिंग
विभाग के अधिकारी, प्राचार्य और शिक्षक स्कूलों का ऑनलाइन और ऑफलाइन निरीक्षण कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि छात्रों को परीक्षा की बेहतर तैयारी मिले. कमजोर छात्रों को ग्रेड के आधार पर विभाजित किया गया है और उनकी कमजोरियों को दूर करने के लिए अलग से तैयारी कराई जा रही है.
उत्साह और मेहनत से हो रही तैयारी
प्री-बोर्ड परीक्षा के साथ रोजाना टेस्ट और रेमेडियल क्लास जैसी योजनाओं ने छात्रों और शिक्षकों को बोर्ड परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार कर दिया है. विभाग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी छात्र पीछे न रह जाए और सभी अपनी पूरी क्षमता के साथ बोर्ड परीक्षा में प्रदर्शन करें.