ऑस्ट्रेलिया से लौटे लड़के ने दहेज के खिलाफ पेश की मिसाल, सिर्फ एक रुपए शगुन और एक जोड़ी कपड़े में दुल्हन को अपनाया

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Marriage of Ashok Kumar and Sapna Image Source : INDIA TV अशोक और सपना की हुई शादी

करनाल: हरियाणा के करनाल स्थित डाबरथला गांव के रहने वाले अशोक कुमार ने बिना दहेज के शादी करके युवाओं के लिए एक मिसाल पेश की है। अशोक कुमार कुछ दिन पहले ही विदेश से लौटे हैं और उन्होंने सिर्फ एक रुपए शगुन और एक जोड़ी कपड़े में लड़की के साथ शादी की। लड़के के परिजनों का कहना है कि दहेज एक अभिशाप है। ये शादी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। अशोक, ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में पिछले 6 साल से एक कंपनी में कार्यरत हैं। ये शादी 16 जनवरी की शाम को संपन्न हुई।

क्या है पूरा मामला?

16 जनवरी को करनाल के कैमला में बिना दहेज के हुई शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। समाज को नई सोच का संदेश देते हुए ये शादी मात्र एक रुपए और एक जोड़ी कपड़ों में संपन्न हुई है। समाज में प्रचलित दहेज प्रथा जैसी बुराई पर करारा प्रहार करते हुए करनाल के कैमला गांव में युवाओं के लिए एक अनोखी मिसाल पेश की गई है।

मास्टर नरेंद्र सिंह की बेटी सपना उर्फ सिल्की की शादी करनाल जिला के डाबरथला निवासी सुभाष चंद के पुत्र अशोक कुमार से बिना दहेज के संपन्न हुई। इस विवाह में केवल एक रुपया और एक जोड़ी कपड़े में शादी करके समाज को एक सशक्त संदेश दिया गया। 

युवक अशोक ने बताया कि उसकी शादी 16 जनवरी को हुई है और शगुन के नाम पर सिर्फ एक रुपये में उन्होंने शादी की है। जो लोगों ने सुना वो बिल्कुल सच है। मेरे पिता-चाचा की सोच थी कि बिना दहेज के शादी करनी है और जो भी करना है केवल एक रुपए का शगुन लेकर शादी करनी है। मैं भी उनकी सोच को आगे लेकर बढ़ा हूं। अशोक ने बताया कि आने वाले वर्षों में उनके ताऊ और चाचा के बच्चे हैं, उनकी शादी भी वह एक रुपए का शगुन लेकर ही करेंगे। हम इस नई सोच को लेकर आगे बढ़ेंगे।

लड़के के भाई रॉकी ने बताया कि 20 दिन पहले ही तय हुआ था कि हम एक रुपए में अपने भाई की शादी करेंगे। हम दहेज के बिल्कुल सख्त खिलाफ हैं। दुल्हन कैमला की रहने वाली है। मास्टर नरेंद्र कुमार अपना स्कूल चलाते हैं। 

वहीं स्थानीय विधायक भगवान दास कबीरपंथी ने भी परिवार के बीच पहुंचकर उन्हें बधाई दी और जिस तरह से केवल एक रुपये में अशोक ने शादी कर एक संदेश और मिसाल पेश की, उसके लिए भी धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि आज के समय में ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि बिना दहेज के शादी कर एक मिसाल पेश की गई हो। (करनाल से अमित भटनागर)

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