Last Updated:January 12, 2025, 10:07 IST
Bhagalpur News : शिला कुमारी की कहानी जानने लोकल 18 की टीम उनके घर पहुंची तो चारों तरफ सिर्फ मशरूम ही मशरूम नजर आ रही थी. मशरूम के कई प्रोडक्ट की खुशबू पूरे घर में थी. जब शीला कुमारी से बात की गई तो उन्होंने...और पढ़ें
भागलपुर. मशरूम नाम सुनकर सब्जी समझे हो क्या मैं एटीएम मशीन हूं. ऐसा इसलिए कह रहा हूं कि जिस महिला को कभी माचिस खरीदने तक के पैसे नहीं थे आज वो मशरूम का धंधा करके महीने का 60 हजार से अधिक कमा रही है और अपने बेटे तक को इंजीनियर बना ली है. दरअसल ये कहानी है भागलपुर के कहलगांव की रहने वाली शिला देवी की. शिला देवी कभी एक रुपए की मोहताज थी लेकिन अभी इनकी जिंदगी ही पूरी बदल गई है.
क्या है शीला देवी की कहानी
जब शिला कुमारी की कहानी जानने लोकल 18 की टीम उनके घर पहुंची तो चारों तरफ सिर्फ मशरूम ही मशरूम नजर आ रही थी. मशरूम के कई प्रोडक्ट की खुशबू पूरे घर में थी. जब शीला कुमारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे पति मजदूरी करते हैं. मेरी हालात ऐसी है थी कि जिस दिन काम नहीं मिलता उस दिन चूल्हा जलने पर भी आफत थी. लेकिन आत्मा मेरे लिए भगवान के रूप में आया और आत्मा के द्वारा मुझे मशरूम की ट्रेनिंग मिली. मुझे आत्मा के परियोजना उप निदेशक प्रभात सिंह ने बीज उपलब्ध करा दी. तब से मैं इसको करना शुरू की.
गांव वाले बोलते थे पागल हो गई है. क्या सब कर रही है. पहले किसी को विश्वास ही नहीं होता था कि इसमें मशरूम उगता है. लेकिन जब उगने लगा तब लोगों को लगा सही में यह मशरूम ही है. मैं इसके मार्केटिंग के लिए एनटीपीसी कहलगांव को पकड़ी और मेरे जीवन मे बदलाव आ गया. अभी मैं इसी पैसे से अपने चारों बच्चों को पढा रही हूं. एक बच्चा कटिहार इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई कर सिविल इंजीनियर बन चुका है. एक बच्चे को ITI करवा रही हूं. अब धीरे धीरे मैं समृद्ध बन गई हूं. इसमें मेरा साथ ओमप्रकाश जी दे रहे हैं. मार्केटिंग का काम भी देखते हैं. जहां जाती हूं साथ में जाते हैं.
कई तरह की प्रोडक्ट करती है तैयार
शीला ने बताया कि मशरूम से कई तरह के प्रोडक्ट्स तैयार करती हूं. इससे बड़ी, पापड़, अचार, पाउडर, समेत कई तरह के उत्पाद को तैयार करती हूं. इसका डिमांड भी अच्छा खासा आता है.
बन चुकी है मास्टर ट्रेनर
जब इसको लेकर आत्मा के परियोजना उपनिदेशक प्रभात सिंह ने बताया कि आत्मा सिर्फ मोटिवेट करती है. लोगों को राह दिखाती है. वही शिला कुमारी को भी किया लेकिन अब वो मास्टर ट्रेनर बन चुकी है. अभी तक 500 से अधिक महिलाओं को ट्रेनिंग दे चुकी है. इतना ही नहीं ट्रेनिंग के भी पैसे मिलते हैं. ऐसे करके शीला कुमारी के जिंदगी में बदलाव आ गया है.