मोटे अनाज से तैयार व्यंजन
जहानाबाद: मोटे अनाज जैसे जौ, बाजरा, मक्का, मड़ुआ का बाजार बढ़ता जा रहा है. सरकार के द्वारा इसे उगाने और इससे तैयार होने वाले व्यंजन के लिए मदद भी की जा रही है. कृषि विज्ञान केंद्र गंधार में 50 महिलाओं ने मोटे अनाज से तैयार कर अलग अलग व्यंजन लाईं थी. इसमें मड़ुआ का हलवा, जौ की खिचड़ी, मड़ुआ का पीठा, मक्के की रोटी शामिल थे. इन महिलाओं ने इसे बनाने से पहले केवीके से ट्रेनिंग ली थी. इन्हीं महिलाओं से समझिए कैसे तैयार होते हैं ये व्यंजन और क्यों है सेहत के लिए खास?
मड़ुआ का हलवा बनाने की प्रक्रिया
कृषि विज्ञान केंद्र पहुंची दीपा कुमारी ने लोकल 18 को बताया कि मड़ुआ का हलवा तैयार करने की विधि काफी आसान है. सबसे पहले आप मड़ुआ के आटा को धीमी आंच पर भूंजे. इसमें घी डालना होता है. इसके अलावा स्वाद के लिए हलवा में काजू, किशमिश, छोहाड़ा और बादाम बारीकी काटकर उसमें डालना होता है. फिर इसमें दूध डालकर थोड़ी देर के लिए धीमी आंच पर पकने के लिए छोड़ देना पड़ता है. वे कहती हैं कि इस बनाने के लिए हमने कृषि विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षण लिया.
जौ की खिचड़ी कैसे बनाएं?
पोषण माह कार्यक्रम में पहुंची गंधार मठ की काजल ने बताया कि जौ की खिचड़ी बनाने की प्रक्रिया आसान है. इसे बनाने की लिए सबसे पहले हरी मिर्च, बारीक कटा हुआ प्याज, टमाटर और काला सरसो को ब्राउन होने तक तेल में तलना है. इसके बाद फिर हल्दी, नमक के साथ 5 मिनट तक तले. इसके बाद फिर आप उसमें ओट्स डाल दें और पानी डालकर 5 मिनट तक पकने दें. इसके बाद तैयार हो जाएगा. इसके बाद आप जब किसी को परोसे उससे पहले बारिक कटा हुआ हरा धनिया उसमें डालें.
मड़ुआ का लड्डू कैसे तैयार करें?
घोसी प्रखंड के गोड़सर गांव से पहुंची लालती देवी ने मड़ुआ का लड्डू बनाने की कला बताई. इसे बनाने के लिए नारियल और बादाम को बारीकी काट दिए. इसके बाद इसे घी में भूंज दिए. इसके बाद मड़ुआ के आटा को भी घी में भूंज लें. फिर मीठा का चासनी तैयार किया. इसके बाद सबको अच्छे से मिला लिए. इसके मड़ुआ का लड्डू तैयार हो गया.
मोटे अनाज से बने व्यंजन सेहत के लिए लाभकारी
कार्यक्रम में मौजूद मृदा वैज्ञानिक वर्षा ने बताया कि यहां पोषण माह के तहत मोटे अनाज से बनने वाले व्यंजन के लिए लोगों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. यह हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है. 50 महिलाओं ने 10 अलग अलग व्यंजन तैयार किया. उन्होंने बताया कि इसे बढ़ावा देने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वाबलंबी बनाना है. इसके अतिरिक्त महिलाओं में विभिन्न पोषक तत्वों की कमी को दूर करना है. इसके लिए हमलोग काम कर रहे हैं.
दरअसल, कृषि विज्ञान केंद्र गंधार में पोषण माह का आयोजन किया गया था. इसके तहत मिलेट्स से बनने वाले व्यंजन में रेसिपी कांटेस्ट किया गया. इसमें विभिन्न महिलाओं को अलग अलग तरह की सामग्रियां देकर प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान करीब 50 महिलाओं ने मड़ुआ की रोटी, मड़ुआ का चिला, मड़ुआ का पीठा, मक्के की खीर, मक्के का दर्रा, जौ की खिचड़ी बनाकर लाई थी. इस कार्यक्रम में केवीके गंधार के सभी वैज्ञानिक मौजूद थे.
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FIRST PUBLISHED :
September 24, 2024, 23:38 IST