दिल्ली में प्रदूषण पिछले एक हफ्ते से लगातार खतरनाक बना हुआ है। AQI 450-500 के आसपास है। हवा इस कदर ज़हरीली है कि लोग ऑक्सीजन खरीदने को मजबूर है। धुंध की ऐसी मोटी परत जमी है, जिसका बारिश या तेज़ हवा के बिना हटना नामुमकिन लगता है। इसलिए गोपाल राय केंद्र सरकार से क्लाउड सीडिंग के ज़रिए कृत्रिम बरसात कराने की रिकवेस्ट कर रहे हैं। जो लोग क्लाउड सीडिंग का मतलब नहीं समझे उन्हें मैं बता दूं कि ये एक टेक्निक है। जिसमें बादलों में से प्लेन निकालते हुए उसमें से clouds में ड्राई आइस और कैमिकल्स छोड़े जाते हैं। फिर इन बादलों से आर्टिफिशियल बारिश ज़मीन पर गिरती हैं। जो धूल-स्मॉग को हटाकर मौसम साफ कर देती है। लेकिन क्लाउड सीडिंग के लिए आसमान में 40% बादलों का होना ज़रूरी है।जबकि दिल्ली के आसमान में बादल नहीं दिख रहे हैं और अगले 15 दिन मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है। ऐसे में आर्टिफिशियल rain का ऑप्शन भी impossible लग रहा है।
जल्दी कुछ करना होगा। वरना प्रदूषण एक नई महामारी बन जाएगा। ज़हरीली हवा शरीर के ऑर्गन्स को डैमेज कर रही है। हवा में मौजूद जहरीली गैस और पार्टिकल्स हार्ट में पहुंचकर आर्टरीज़ को ब्लॉक कर देते हैं। जिससे ब्लड सर्कुलेशन घटता है और दिल को ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। non communicable डिजीज़ से होने वाली मौतों में वैसे ही दिल से जुड़ी बीमारियां सबसे उपर हैं। ऐसे में दिल को मज़बूत बनाना बेहद ज़रूरी है। अपने हार्ट को इतना स्ट्रॉन्ग कैसे बनाएं कि प्रदूषण का हमला झेल पाएं। आइये स्वामी रामदेव से जानते हैं?