![जया एकादशी 2025](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
Jaya Ekadashi 2025 Paran Timing: माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है। इसके साथ ही भक्तगण एकादशी का व्रत भी रखते हैं। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। कहते हैं कि जो भी जातक एकादशी का व्रत करता है उसे श्री हरि विष्णु की खास कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही उसके घर में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है।
जया एकादशी पारण का समय
इस साल जया एकादशी का व्रत 8 फरवरी 2025 को रखा गया था। बता दें कि एकादशी व्रत में पारण अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। एकादशी का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले किया जाता है। पारण का अर्थ है व्रत खोलना। जया एकादशी व्रत का पारण 9 फरवरी किया जाएगा। जया एकादशी व्रत का पारण करने का उत्तम समय 9 फरवरी को सुबह 7 बजकर 10 मिनट से सुबह 9 बजकर 27 मिनट तक रहेगा इस मुहूर्त में जातक एकादशी का व्रत खोल सकते हैं। वहीं पारण के दिन द्वादशी तिथि समाप्त होने का समय शाम 7 बजकर 25 मिनट रहेगा।
एकादशी व्रत खोलने का नियम
जया एकादशी व्रत खोलने से पहले सबसे पहले भगवान विष्णु को भोग लगाएं। इसके बाद ही व्रत खोलें। एकादशी व्रत का पारण करते समय सबसे पहले तुलसी का पत्ता ग्रहण करें। इसके बाद ही अन्न का सेवन करें। एकादशी व्रत का पारण हरि वासर के दौरान भी नहीं करना चाहिए। व्रत तोड़ने से पहले हरि वासर समाप्त होने का इंतजार करना चाहिए। एकादशी व्रत पारण के दिन सात्विक यानी बिना प्याज, लहसुन वाला शुद्ध भोजन ही ग्रहण करें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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