किसान भाइयों अब DAP छोड़िए, SSP से फसल को दीजिए नई ताकत!जानिए एक्सपर्ट की सलाह

1 hour ago 1

भरतपुर: राजस्थान के भरतपुर के विभिन्न इलाकों में रबी की फसलों की बुआई जोर-शोर से शुरू हो गई है. किसानों ने गेहूं, चना, सरसों और अन्य रबी फसलों की बुआई का कार्य प्रारंभ कर दिया है. इस सीजन में रबी की फसलों की बुआई के लिए सही तैयारी और सावधानी बेहद आवश्यक होती है, ताकि फसलों की अच्छी उपज हो सके और किसानों को अच्छा मुनाफा मिल सके. कृषि विभाग के सहायक निदेशक सुरेश गुप्ता ने लोकल 18 को बताया कि रबी की फसलों की बुआई से पहले भूमि की जुताई और उसमें नमी का सही स्तर होना बहुत जरूरी है.

गुप्ता के अनुसार, यदि भूमि में नमी की कमी है, तो बुआई का समय और परिणाम प्रभावित हो सकता है. किसानों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बुआई के समय भूमि में नमी की उपयुक्त मात्रा हो, जिससे बीजों का अच्छा अंकुरण हो सके.

उपयुक्त बीजों का चयन और उपचार
रबी की फसलों की बुआई के लिए उपयुक्त बीजों का चयन भी एक महत्वपूर्ण कारक है. गुणवत्ता वाले प्रमाणित बीजों का उपयोग करने से फसल की उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार होता है. इसके अलावा, बुआई से पहले बीजों का उपचार करना आवश्यक है, जिससे बीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके और वे रोगों और कीटों से सुरक्षित रह सकें.

सिर्फ गेहूं और चावल तक नहीं रहे सीमित, करें इन फूलों की खेती, किसानों को हो रही लाखों की आमदनी!

डीएपी की जगह एसएसपी के उपयोग की सलाह
कृषि विभाग के सहायक निदेशक सुरेश गुप्ता ने किसानों को डीएपी (डायमोनियम फॉस्फेट) की जगह एसएसपी (सिंगल सुपर फॉस्फेट) का उपयोग करने की सलाह दी है, क्योंकि इसमें फॉस्फोरस के अलावा कैल्शियम और सल्फर भी होते हैं. गुप्ता के अनुसार, सल्फर सरसों के लिए आवश्यक तेल के निर्माण में सहायक होता है. अगर मध्यम किस्मों की बात करें तो किसान राधिका या गिरिराज जैसी किस्में चुन सकते हैं.

सिंचाई की योजना और उर्वरकों का समुचित उपयोग
कृषि विभाग ने इस बात पर जोर दिया कि फसल के बेहतर उत्पादन के लिए सही समय पर सिंचाई की योजना बनाई जाए. सरसों, गेहूं और चने जैसी फसलों के लिए पानी की सही मात्रा और समय पर सिंचाई सुनिश्चित करने से फसलों की वृद्धि और विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. गुप्ता ने किसानों को उर्वरकों के समुचित उपयोग की सलाह दी है. भूमि की जांच करवाकर उर्वरकों का संतुलित प्रयोग करने से फसलों को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे उनकी उपज में वृद्धि होती है. इस प्रकार, रबी की फसल की बुआई के दौरान इन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखकर किसान अधिक उत्पादकता और बेहतर गुणवत्ता वाली फसल प्राप्त कर सकते हैं.

Tags: Bharatpur News, Local18, Rajasthan news, Special Project

FIRST PUBLISHED :

October 23, 2024, 15:58 IST

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article