क्‍वाड मीटिंग : क्यों हुआ सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया का ज़िक्र

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हाइलाइट्स

क्वाड शिखर सम्‍मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया भाग. सम्‍मेलन के बाद जारी किया गया विल्मिंगटन घोषणापत्र. घोषणापत्र में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का भी है जिक्र.

नई दिल्‍ली. अमेरिका के डेलावेयर के विल्मिंगटन में हुई क्वाड मीटिंग (Quad Meeting) के बाद जारी घोषणापत्र (Wilmington Declaration) में कहा गया है कि क्‍वाड रणनीतिक रूप से पहले से ज्‍यादा संगठित है और यह इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक शक्ति के रूप में कार्य कर रहा है. खास बात यह है कि इस घोषणापत्र में कोरोना की वैक्‍सीन बनाने वाली भारतीय कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का भी जिक्र है. क्‍वाड शिखर सम्‍मेलन घोषणापत्र में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की गावी के साथ साझेदारी में 40 मिलियन HPV वैक्सीन डोज बनाने की प्रतिबद्धता का भी स्वागत किया गया है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कोरोना के साथ ही पोलियो वैक्सीन, एचपीवी, डिप्थीरिया, टेटनस, बीसीजी, आर-हेपेटाइटिस बी, खसरा और रूबेला के टीके भी बनाती है.

क्‍वाड मीटिंग की मेज़बानी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने की, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जापान के पीएम फुमियो किशिदा, और ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बानीज़ ने भाग लिया. क्‍वाड घोषणापत्र में जिस एचपीवी वैक्‍सीन का जिक्र हुआ है, वह मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी) संक्रमण के कारण होने वाले कुछ कैंसर से सुरक्षा प्रदान करती है. एचपीवी एक आम एसटीआई जो जननांग कैंसर का कारण बनता है. 9 से 45 वर्ष की आयु के लोगों के लिए एचपीवी वैक्सीन की सिफारिश की जाती है.

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क्‍वॉड मूनशॉट कार्यक्रम में सीरम इंस्टिट्यूट का अहम रोल
दरअसल, क्वाड ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में सर्वाइकल कैंसर से निपटने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कैंसर मूनशॉट कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है. इसमें हर देश आर्थिक और तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा. क्‍वाड घोषणापत्र में कहा गया है कि भारत, भारत-प्रशांत क्षेत्र को 7.5 मिलियन डॉलर मूल्य की एचपीवी नमूना किट, जांच किट और सर्वाइकल कैंसर के टीके उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. इसी के तहत सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की गावी के साथ साझेदारी में 40 मिलियन HPV वैक्सीन डोज, एचपीवी कैंसर की रोकथाम के लिए भारत-प्रशांत क्षेत्र में सप्‍लाई करेगा.

सबसे बड़ी वैक्‍सीन निर्माता है सीरम इंस्टीट्यूट
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक, कंपनी अब दुनिया भर में उत्पादित और बेची जाने वाली खुराकों की संख्या के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है. कंपनी 1.5 बिलियन से ज़्यादा खुराकें बेचती हैं. सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित वैक्सीन दुनिया भर के लगभग 170 देशों के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रमों में इस्तेमाल की जा रही हैं. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की स्थापना 1966 में डॉ. साइरस पूनावाला ने की थी. अब अदार पूनावाला कंपनी को चला रहे हैं और कंपनी के सीईओ हैं.

Tags: Adar Poonawalla, Business news, Pm narendra modi, QUAD Meeting, Quad summit

FIRST PUBLISHED :

September 23, 2024, 12:34 IST

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