Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 03, 2025, 13:04 IST
Samastipur News : मार्च-अप्रैल पपीता की खेती के लिए आदर्श समय है. किसान अभी नर्सरी में पौधे लगाएं. डॉ. संजय कुमार सिंह के अनुसार, नर्सरी तैयार कर पौधों को मुख्य खेत में रोपें. 500 ग्राम बीज प्रति हेक्टेयर पर्या...और पढ़ें
वैज्ञानिक ने बताया
हाइलाइट्स
- मार्च-अप्रैल पपीता की खेती के लिए आदर्श समय है.
- 500 ग्राम बीज प्रति हेक्टेयर पर्याप्त है.
- नर्सरी तैयार कर पौधों को मुख्य खेत में रोपें.
समस्तीपुर : अगर आप भी पपीता की खेती करना चाहते हैं तो यह समय आपके लिए सबसे उपयुक्त है. मार्च और अप्रैल का महीना पपीता लगाने के लिए आदर्श समय होता है, क्योंकि इस दौरान फसल में रोगों की संभावना कम रहती है.
यह फरवरी का महीना है, अगर किसान लखपति करोड़पति बनने का सपना देख रहे हैं तो उन्हें अभी ही नर्सरी में पौधे लगाने का काम शुरू कर देनी चाहिए. ताकि जैसे ही मार्च और अप्रैल का महीना शुरू हो वैसे ही वह उसे ट्रांसप्लांट करके अपने प्लॉट में पौधे लगाने का काम कर सकते हैं. लगाने की विधि और बीज दर क्या होना चाहिए, स्थल का चयन कैसे करना चाहिए.
इस सवाल का जवाब जानने के लिए लोकल 18 की टीम ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के वरीय वैज्ञानिक डॉक्टर संजय कुमार सिंह से बातचीत की तो उन्होंने विस्तार पूर्वक जानकारी साझा किया. वैज्ञानिक ने कहा कि नर्सरी, वह स्थान होता है जहां पौधों को मुख्य भूमि में रोपने से पहले उगाया जाता है. बीज बोने के बाद, उन्हें महीन मिट्टी से ढक दिया जाता है. हालांकि, सूरज, पक्षियों और कृन्तकों से पौधों को बचाने के लिए सावधानी बरतनी जरूरी है.
ऐसे करें नर्सरी तैयार
वैज्ञानिक ने कहा कि सबसे पहले किसानों को स्थल का चयन करना चाहिए जैसे की नर्सरी का स्थान जलभराव से मुक्त होना चाहिए. इसे वांछित धूप प्राप्त करने के लिए छाया से दूर रखना चाहिए. पानी की आपूर्ति पास होनी चाहिए और पालतू या जंगली जानवरों से सुरक्षित होना चाहिए.
दूसरी गतिविधि में पौध रोपण के लाभ
वैज्ञानिक ने यह भी कहा कि महंगे पपीता के बीजों के लिए नर्सरी तैयार करने से नुकसान कम होता है. यह भूमि का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करता है और पौधों की वृद्धि और विकास में मदद करता है. नर्सरी से समय की बचत होती है, और आप विपरीत परिस्थितियों में भी पौध तैयार कर सकते हैं.
बीज दर इस प्रकार रखें किसान
एक हेक्टेयर के लिए लगभग 500 ग्राम बीज पर्याप्त होते हैं, जबकि रेड लेडी जैसी किस्मों के लिए लगभग 100 ग्राम बीज की आवश्यकता होती है. बीज को बोने से पहले 3 ग्राम केप्टान से उपचारित करना चाहिए. फिर क्यारी को जमीन से ऊंची बनानी चाहिए, और पत्तियों की खाद, बालू, और गोबर की खाद का मिश्रण तैयार करना चाहिए. बीज बोने के बाद क्यारी को पुआल से ढकना चाहिए और नियमित पानी देना चाहिए. लगभग 20-30 दिनों के अंदर बीज अंकुरित हो जाते हैं और जब पौधों में 4-5 पत्तियां और 25 से.मी. की ऊंचाई हो जाती है, तो इन्हें मुख्य खेत में रोप सकते हैं.
Location :
Samastipur,Bihar
First Published :
February 03, 2025, 13:04 IST
क्या आप मार्च-अप्रैल में पपीता का लगाना चाहते हैं पौधा? तो तुरंत तैयार करें