![अंतर्राष्ट्रीय मिर्गी दिवस 2025](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
अनुमान के मुताबिक भारत में 15 मिलियन से ज्यादा लोग मिर्गी से पीड़ित हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि समय पर उचित उपचार से मिर्गी से पीड़ित लोग सामान्य जीवन जी सकते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि किस वजह से मिर्गी का दौरा पड़ता है? इसके अलावा आपको इस गंभीर बीमारी के लक्षणों के बारे में भी पता होना चाहिए। आज यानी अंतर्राष्ट्रीय मिर्गी दिवस पर हम आपको मिर्गी के बारे में जागरूक करने की कोशिश करते हैं।
मिर्गी का कारण
मिर्गी एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जिसमें एबनॉर्मल ब्रेन वेव्स के कारण बार-बार दौरे पड़ते हैं। ये डिसऑर्डर जेनेटिक भी हो सकता है। बर्थ डिफेक्ट और ऑक्सीजन की कमी भी मिर्गी का कारण बन सकती है। ब्रेन इंफेक्शन्स या फिर सिर की चोट की वजह से मिर्गी का दौरा पड़ सकता है। इसके अलावा स्ट्रोक और ब्रेन ट्यूमर भी मिर्गी का मुख्य कारण बन सकता है।
मिर्गी के लक्षण
समय रहते मिर्गी का इलाज किया जा सके, इसके लिए आपको मिर्गी के लक्षणों को पहचानने की जरूरत है। शरीर के एक हिस्से में या पूरे शरीर में झटके या मरोड़ पड़ना मिर्गी का लक्षण हो सकता है। पलक झपकाए बिना घूरना भी इस डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अप्राकृतिक व्यवहार भी मिर्गी की तरफ इशारा कर सकता है।
जरूरी है सावधानी बरतना
अगर आपको अपने किसी परिवार के सदस्य के अंदर या फिर अपने किसी दोस्त में इस तरह के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आपको सावधान हो जाना चाहिए। इस तरह के लक्षणों को नजरअंदाज करना सेहत के लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है। आपको जल्द से जल्द किसी न्यूरोलॉजिस्ट से कंसल्ट करना चाहिए जिससे मरीज का इलाज समय रहते शुरू किया जा सके।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)